रोड लेबलिंग के बाद भी आरओबी में थरथराहट
जागरण संवाददाता उन्नाव कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर उन्नाव के लखनऊ बाईपास के निकट
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर उन्नाव के लखनऊ बाईपास के निकट रायबरेली रेलवे क्रॉसिग पर बने ओवर ब्रिज की थरथराहट कम करने के लिए खर्च किए गए लाखों रुपये किसी काम के नहीं रहे। यही कारण है कि पुल की रोड लेबलिग के बाद भी बड़े वाहन निकलते समय पूरा पुल कांपता है। पीएनसी ने पुल के इस दोष को दूर करने के लिए मशीनें लगाकर लगभग एक हफ्ते तक मरम्मत की थी, हालांकि पीएनसी के इंजीनियर, सुपरवाइजर और लगभग दो दर्जन कर्मचारियों का रोड लेबलिग कार्य प्रभावहीन ही रहा।
रायबरेली क्रॉसिग के आरओबी पर बीच पुल पर ज्वाइंट स्लैब में आए दरार के कारण भी पुल पर थरथराहट हो सकती है। इसे ठीक कराने के लिए मिलिग कटिग प्रोसेस की प्रक्रिया के माध्यम से रोड लेबलिग का काम लगभग तीन माह पहले किया गया था। पीएनसी इंजीनियरिग जीवन सिंह नेगी ने रोड लेबलिग खराब होने से पुल के कांपने की जानकारी दी थी। लेबलिग की प्रक्रिया में मशीनों से पुल की सड़क एक तय मोटाई तक काटकर रिप्रोसेस किए जाने के बाद सड़क से जोड़ा गया था। 700 मीटर तक रायबरेली रेलवे क्रॉसिग के दोनों ओर यह समस्या है। एनएचएआइ पीडी एनएन गिरी ने बताया कि इस मामले में शिकायतें मिलने के बाद टोल संचालक एजेंसी को आरोबी की रोड लेबलिग का दायित्व सौंपा गया है।
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- 70 मीटर दाहिने, 100 मीटर बायें ओर हुई थी मिलिग कटिग।
-टोल से कानपुर मार्ग पर 100 मीटर की मिलिग कटिग और लखनऊ की ओर पुल पर 70 मीटर की कटिग की गई थी।