कमजोर निगाह वाले चला रहे रोडवेज बसें
जागरण संवाददाता, उन्नाव : रोडवेज बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे कहीं न कहीं बस च
जागरण संवाददाता, उन्नाव : रोडवेज बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे कहीं न कहीं बस चालक की कमजोर निगाह भी दोषी होती हैं। जिसे हमेशा जांच में छिपा लिया जात है। लेकिन, कागजों में छिपने वाला यह सच शनिवार को नेत्र शिविर में चिकित्सकों ने उजागर कर दिया। दही चौकी वर्कशॉप में 120 कर्मचारियों के नेत्र परीक्षण में आधे से ज्यादा कर्मियों की निगाह कमजोर पाई गई है। आधा दर्जन के करीब ड्राइवर मोतिया¨बद से पीड़ित मिले हैं।
गौरतलब है कि उप्र राज्य परिवहन निगम ने नेत्र परीक्षण के जरिए परिचालन विभाग में कमजोर निगाहों को पकड़ने की कवायद की है। इसमें स्थानीय तौर पर होने वाली लापरवाही भी उजागर हो रही है। क्योंकि, बस को चलाने से पूर्व सिर्फ कलपूर्जों को ही दुरुस्त किया जाता है। इसे चलाने वाले चालक पर ध्यान नहीं दिया जाता। जिस कारण सड़क पर दुर्घटना के चांस बढ़ जाते हैं। शनिवार को दही चौकी स्थित रोडवेज वर्कशॉप पर चालक, परिचालक सहित मेंटीनेंस विभाग के कर्मचारियों की आंखों का परीक्षण केजीएमयू लखनऊ के नेत्र चिकित्सकों द्वारा किया गया। इसमें 120 कर्मचारियों में 50 फीसद कर्मचारियों की निगाहें दुरुस्त नहीं मिली। वहीं, आधा दर्जन के करीब चालक ऐसे हैं, जो मोतिया¨बद से पीड़ित हैं। बावजूद इसके यात्रियों को रोडवेज बसों में वह ढो रहे हैं। इस खुलासे पर क्षेत्रीय अधिकारी पर्दा डालने में जुटे रहे। एआरएम गौरव वर्मा का कहना है कि नेत्र परीक्षण में कमजोर नजर वाले कर्मचारियों को चश्मा मुहैया कराया जाएगा। जो निश्शुल्क रहेगा।