सरैया और शुक्लागंज क्रासिंग पर ओवरब्रिज को झंड़ी
कानपुर-लखनऊ रूट के साथ उन्नाव से जुड़े रेल खंड की क्रासिग को साल 2020 तक खत्म कर दिया जाएगा। आम बजट में रोड और रेल यातायात को सुगम व सुरक्षित करने की घोषणा के साथ लंबित कार्यों को हरी झंडी मिली है। करीब तीन साल से बजट के इंतजार में पड़ी सरैया क्रासिग पर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) वित्तीय वर्ष में ही बनेगा।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कानपुर-लखनऊ रूट के साथ उन्नाव से जुड़े रेल खंड की क्रासिग को साल 2020 तक खत्म कर दिया जाएगा। आम बजट में रोड और रेल यातायात को सुगम व सुरक्षित करने की घोषणा के साथ लंबित कार्यों को हरी झंडी मिली है। करीब तीन साल से बजट के इंतजार में पड़ी सरैया क्रासिग पर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) वित्तीय वर्ष में ही बनेगा।
साल 2016-17 में 74 करोड़ के अनुमानित बजट से सरैया क्रासिग पर आरओबी बनना था। रेल संरक्षा और रोड यातायात को सुरक्षित करने की योजना में यह क्रासिग शामिल रही। बजट न होने की वजह से आरओबी का कार्य शुरू नहीं हो सका। आम बजट से मिली उम्मीद के बाद राज्य सेतु निर्माण निगम इंजीनियर सीपी वर्मा के साथ रेलवे के ब्रिज इंजीनियर ने वित्तीय वर्ष में ही कार्य शुरू कराने का संकेत दिया है। महंगाई और जीएसटी को देख मौजूदा समय में सरैया क्रासिग का बजट 100 करोड़ के करीब जा पहुंचा है। रेलवे को 30 फीसद हिस्से में कार्य कराना है। सेतु निर्माण निगम 70 फीसद कार्य करेगा। रेलवे के इंजीनियर के अनुसार आम बजट में शुक्लागंज गंगा रेलवे पुल क्रासिग को खत्म किया जाएगा। इसके अलावा 530 करोड़ के बजट से उन्नाव से फाफामऊ के मध्य की क्रासिग पर यातायात को देखते हुए आरओबी और आरयूबी (रेलवे अंडरब्रिज) बनेगा। उन्नाव-बालामऊ रेल रूट पर भी यह कवायद होगी।