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गंगा खतरे के निशान से कुछ ही दूर

संवाद सहयोगी, शुक्लागंज: गंगा नदी का बढ़ते जलस्तर ने लोगों की ¨चता बढ़ा दी है। आसपास के मोह

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Aug 2017 09:58 PM (IST)Updated: Wed, 09 Aug 2017 09:58 PM (IST)
गंगा खतरे के निशान से कुछ ही दूर

संवाद सहयोगी, शुक्लागंज: गंगा नदी का बढ़ते जलस्तर ने लोगों की ¨चता बढ़ा दी है। आसपास के मोहल्लों में पानी घुसने से लोग अब सुरक्षित ठिकाने तलाश रहे हैं। नाव के सहारे आवागमन भी शुरू हो गया है। ऐसे में प्रशासन ने भी लेखपालों को सतर्क रहने के आदेश किए हैं। सामने आ रही रिपोर्ट को देखते हुए स्थानीय स्तर पर बचाव तैयारियों में सरकारी मशीनरी जुट गई है।

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गंगा का जलस्तर चेतावनी ¨बदु से कुछ ही कम रहा गया है। शुक्लागंज में केंद्रीय जल आयोग का चेतावनी ¨बदु 112 मीटर और खतरे का निशान 113 मी. पर है। हर दिन बढ़ रहे जलस्तर ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गंगा का जलस्तर बुधवार शाम 4 बजे तक 111 मी. तक पहुंच गया है। इस पैमाइश के बाद से प्रशासन ने भी इस ओर सतर्कता बरतनी शुरू की है। एसडीएम के निर्देश पर बुधवार को लेखपालों ने गंगाघाट पहुंच कर गंगा के जलस्तर का जायजा लिया। उन्हें जलस्तर से अवगत कराया। लेखपाल ने बताया कि चेतावनी ¨बदु पहुंचते ही बाढ़ केंद्र का ताला खोल दिया जाएगा। नाव समेत गोताखोरों को भी सक्रिय कर दिया गया है। गोताखोर व करबला मोहल्लों के रिहायशी इलाकों में पानी पहुंच चुका है। संकरी गलियों में लोगों की कमर के बराबर पानी भर जाने से जनजीवन प्रभावित होना शुरू हो चुका है। स्कूल जाने वाले बच्चे नावों के सहारे हो गए हैं। परिजनों को उन्हें अब स्कूल भेजने में भी डर सता रहा है। दूसरी ओर गंगा किनारे बसी मनोहर नगर, सीताराम कालोनी, इंदिरानगर व शक्तिनगर बस्तियों में लोगों की नींद उड़ गई है। केंद्रीय जल आयोग के उप मंडलीय अधिकारी केके पांडेय ने बताया कि गंगा का जलस्तर बुधवार को सुबह 8 बजे 111.650 मी. रिकार्ड पर था। दो घंटे बाद 111.670 मी. पहुंच गया। मध्याह्न 12 बजे 111.690 मी. तो दोपहर 2 बजे तक 111.700 मीटर जा पहुंचा था। शाम 4 बजे तक जल स्तर स्थिर था।


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