एक घंटा का सफर ढाई घंटे में किया तय
जागरण संवाददाता, उन्नाव : पिछले तीन चार रोज से ठंड बढ़ने के साथ कोहरे की चादर भी घनी
जागरण संवाददाता, उन्नाव : पिछले तीन चार रोज से ठंड बढ़ने के साथ कोहरे की चादर भी घनी हो गई। गुरुवार रात में कोहरा अधिक होने से हाईवे पर वाहनों का चलना मुश्किल था। दृश्यता इतनी कम थी कि वाहन चालकों को 10 मीटर तक भी दिखना मुश्किल हो रहा था। सुबह तो आलम यह हो गया। पांच मीटर की दूरी के वाहन भी नजर नहीं आ रहे थे पास आने पर सिर्फ उनकी हेडलाइट नजर आ रही थी।
सुबह साढ़े नौ बजे तक जो वाहन सड़कों पर थे उनको हेडलाइट जलानी पड़ रही थी। 11 बजे के बाद धूप नजर आई तो लोगों को राहत मिली। कोहरे के चलते जिस हाईवे पर जिन वाहनों की औसत रफ्तार 80 किमी की रहती वह भी 30-35 की स्पीड से चल रहे थे। इससे कानपुर से लखनऊ का जो सफर एक घंटे में तय होता है उसे तय करने में दो से ढाई घंटा तक लगे। रात भर हाईवे पर रेंग रेंगकर ट्रैफिक चला। सुबह लोकल ट्रैफिक बढ़ा जो जाम लग गया जो 11 बजे तक रहा।
सुबह भी वाहनों की जलानी पड़ी लाइट
गुरुवार देर रात से शुरू हुआ कोहरा सुबह होते-होते और घना हो गया। शुक्रवार को सुबह विजिबिलिटी इतनी कम थी कि सड़क पर सुबह साढ़े नौ बजे तक वाहनों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। शहर की दिनचर्या 11 बजे के बाद शुरू हो सकी। दस बजे के करीब हल्की धूप निकलने से थोड़ी राहत मिली। लेकिन शाम होते ही फिर बढ़ी गलन ने लोगों को कंपा कर रख दिया।