बारूदी धुएं से बढ़ा स्मॉग, छाई 'जहर' की चादर
जागरण संवाददाता, उन्नाव : दीपावली पर जलाए गए पटाखों का जहरीला धुआं अचानक मौसम बदलने से और
जागरण संवाददाता, उन्नाव : दीपावली पर जलाए गए पटाखों का जहरीला धुआं अचानक मौसम बदलने से और खतरनाक हो चला है। ठंड व ओस के कारण धुआं आसमान में नहीं जाने से पूरे शहर में जहरीले स्मॉग के रूप में छा गया है। स्मॉग के कारण जिला अस्पताल और निजी नर्सिंगहोम में सांस और खांसी के मरीजों की संख्या भी तेज वृद्धि हुई है।
दीपावली की आतिशबाजी से निकले धुएं ने आंखों में जलन और सांस की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। स्मॉग की चपेट में शहर ही नहीं ग्रामीण इलाके भी आ गए हैं। जिला अस्पताल से लेकर निजी नर्सिग होम में स्मॉग के कारण सांस और खांसी की शिकायतें मरीजों में पहले की अपेक्षा चालीस फीसद की वृद्धि हुई है। इसके अलावा ओपीडी में आंख में जलन की शिकायतों वाले मरीज भी बढ़े हैं। विभागीय जानकारों की मानें तो स्मॉग धुंध से नहीं बल्कि दीपावली पर जलाए गए पटाखों के धुएं से बढ़ा है। शहरवासी सुनील शुक्ला, लाला, राहुल शुक्ला ने बताया कि बुधवार रात से ही शहर में सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके अलावा सीने में जकड़न होने से सूखी खांसी आती है। '' हवा चलने, तापमान बढ़ने या बूंदाबांदी होने तक मौसम ऐसा ही रहेगा। दीपावली के पटाखों से निकले धुएं ने इसे और बढ़ा दिया है। सभी को इससे बचते हुए विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। हवा चलने पर यह अपने आप छंट जाएगा। ''
- विमल कुमार, क्षेत्राधिकारी, जिला प्रदूषण बोर्ड
'' स्मॉग से सबसे अधिक फेफड़ों पर असर आता है। इससे दमा, टीवी जैसी गंभीर बीमारियां होने का भी खतरा रहता है। स्मॉग के समय मॉस्क पहनकर निकलें। ''
- डॉ. जेपी बाजपेई, वरिष्ठ फिजीशियन