अपहरण में आरोपित पिता व पुत्र पर जानलेवा हमला
संवाद सहयोगी, सफीपुर : अपहरण के मामले में नामजद पिता-पुत्र पर रविवार देर रात मांगलिक का
संवाद सहयोगी, सफीपुर : अपहरण के मामले में नामजद पिता-पुत्र पर रविवार देर रात मांगलिक कार्यक्रम से घर लौटने के दौरान गोली और ईंट पत्थर से हमला किया गया। कमर में गोली लगने से पिता जबकि सिर में ईंट लगने से बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों को सीएचसी से कानपुर रेफर किया गया है। पिता की हालत नाजुक है। घायलों के बयान पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराने वाले युवक और उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
कस्बा के कजियाना मोहल्ला निवासी अकील (48) पुत्र जग्गन अपने बेटे सईद (24) के साथ रविवार शाम मोहल्ले के ही असगर की पुत्री के निकाह में शामिल होने हरदोई-उन्नाव मुख्यमार्ग के पश्चिम दिशा स्थित एक गेस्ट हाउस गए थे। कार्यक्रम निपटाने के बाद देर रात दोनों पैदल घर को निकले। घायल अकील ने बताया कि मुख्यमार्ग से करीब सौ मीटर रास्ता तय करने के बाद जैसे ही मोहल्ले जाने वाली पगडंडी पर मुड़े, सड़क किनारे छिपे चार हमलावरों ने जान से मारने की नीयत से घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अकील के मुताबिक गोली उसकी कमर में लगी, जबकि बेटे सईद के सिर को छूते हुए निकल गई। शोर मचाने पर बरात से वापस लौट रहे ग्रामीणों के आ जाने से हमलावर भाग खड़े हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लहूलुहान अकील व उसके पुत्र सईद को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां से दोनों को कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया। अकील की हालत नाजुक है। पुलिस ने तीन साल पूर्व लापता युवक शाहिद के भाई कासिम व आतिर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। कोतवाल राघवन कुमार ¨सह ने बताया कि अकील गोली लगने से जबकि उसका बेटा सईद ईंट लगने से घायल हुआ है। घायलों के बयान के आधार पर दो युवकों को हिरासत में लेकर जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
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पेशबंदी की भी चर्चा
- तीन साल पूर्व 19 अगस्त 2015 को कजियाना मोहल्ला निवासी सुलेमान का पुत्र शाहिद लापता हो गया था। आज तक उसका पता नहीं चला। वहीं 25 अक्टूबर 2018 को दूसरे बेटे आतिर को अगवा कर लिया गया था। दूसरे दिन वह कन्नौज में मिला। इन दोनों मामलों में पिता सुलेमान ने अकील व उसके पुत्र सईद को नामित कर मुकदमा दर्ज कराया था। सुलेमान के पहले बेटे शाहिद के अपहरण का मुकदमा दर्ज करने में पुलिस को आठ माह का समय लग गया। मुकदमा दर्ज हुआ तो अब तक किसी की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी नहीं की गई। दूसरे बेटे के अपहरण में भी इन्हीं लोगों को नामित किया गया। चर्चा है कि पेशबंदी में तो घटना को अंजाम तो नहीं दिया गया।
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कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन खंगाल रही पुलिस
- हमले में घायल पिता-पुत्र के बयान पर हिरासत में लिए गए सगे भाइयों से पूछताछ के साथ पुलिस उनके मोबाइल की कॉल डिटेल और घटना के समय की लोकेशन खंगाल रही है। सीओ गौरव त्रिपाठी ने बताया कि जांच होने तक कुछ नहीं कहा जा सकता है। हमला और पेशबंदी दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।