Move to Jagran APP

बीघापुर की गंगा कटरी में टिड्डी दल का हमला

जागरण संवाददाता उन्नाव सोमवार को टिड्डी दल तहसील बीघापुर के गंगा के कटरी के गांवो

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 06:03 AM (IST)
बीघापुर की गंगा कटरी में टिड्डी दल का हमला
बीघापुर की गंगा कटरी में टिड्डी दल का हमला

जागरण संवाददाता, उन्नाव : सोमवार को टिड्डी दल तहसील बीघापुर के गंगा के कटरी के गांवों में पहुंच गया। 12 किसानों की धान की पौध चट करने के बाद दल कोलुहागाढ़ा पहुंचा। जिस पर किसानों को टिड्डियों को उड़ाने में पसीना बहना पड़ा। जिला कृषि अधिकारी मौके पर पहुंचे और जाल व कीटनाशक का छिड़काव कर दल को खदेड़ा गया।

loksabha election banner

रविवार को ददलहा से जिले में इंट्री करने वाले टिड्डी दल ने सोमवार को दोपहर तहसील बीघापुर के सेडूपुर, दिग्विजयपुर, चन्दरपुर, संग्रामपुर, रायपुर, जयराजमऊ, हिश्यामपुर आदि गांव में धान की पौध को खूब नुकसान पहुंचाया। टिड्डियों को देखते ही किसान घरों से निकलकर उनको उड़ाने में जुट गए। थाली, घंटा बजाकर और आतिशबाजी दाग कर टिड्डियों को भगाया, जिसमें किसानों को सफलता भी मिली और टिड्डियों का दल गंगा पार कर गया। उसके बाद किसानों ने राहत की सांस ली। किसानों ने बताया कि टिड्डी दल से सबसे अधिक नुकसान कद्दू व धान की पौध को पहुंचाया है। टिड्डियों का हमला होते ही उप जिलाधिकारी दया शंकर पाठक भी मौके पर पहुंचे और क्षेत्र के लेखपालों को मौके पर भेजकर टिड्डी दल से हुए नुकसान का आंकलन कराया। शाम को अचलगंज में टिड्डी दल पहुंच गया। कोलुहागाढ़ा, खुटवा, बेथर और अचलगंज में किसानों को टिड्डियों को भगाने के दौड़ना पड़ा। जिला कृषि अधिकारी केके मिश्रा भी मौके पर पहुंचे और टिड्डियों को भगाने की व्यवस्था कराई। यहां से टिड्डी शुक्लागंज कटरी की ओर मुड़ गई। वहां पर भी किसानों को इन्हें भगाने के लिए थाली, घंटा बजाना पड़ा।

--------------------------

एक दल गया हरदोई

- जिले में दो दल रविवार को आए थे, जिसमें से एक दल को हरदोई की ओर उड़ा दिया गया तो वहीं दूसरा दल गंगा कटरी में बना हुआ है। जिसे भगाने में किसान लगे हैं।

--------------------------

जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बचाव के दिए निर्देश

- जिले में टिड्डी दल के प्रवेश करने के बाद कृषि रक्षा विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। रविवार को रात में प्रभावित गांवों में कीटनाशक का छिड़काव कराया गया था। वहीं सोमवार को जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने किसानों को टिड्डी को भगाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। कहा कि शोर करने से टिड्डी दल आस-पास के खेतों में नुकसान नहीं कर पाएंगे। टिड्डी दल के प्रकोप की सूचना ग्राम प्रधान, लेखपाल एवं कृषि विभाग के प्रभारी, कृषि रक्षा इकाई, प्रभारी बीज भण्डार को तत्काल दी जाए। साथ ही किसान मैलाथियान 50 प्रतिशत ईसी या लैम्ब्डा-साइहैलोथ्रीन 5 प्रतिशत ईसी या क्लोरपायरीफास 50 प्रतिशत के साथ़ सायपरमेथरीन पांच प्रतिशत ईसी का छिड़काव कर सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.