पॉलीथिन की धरपकड़ के लिए उतरा प्रशासन
शहर में धड़ल्ले से पॉलीथिन बिक रही है और प्रतिबंधित 10 माइक्रोन पॉलीथिन के कैरीबैग में सामान दिया जा रहा है। बुधवार को अचानक प्रशासन जाग गया और छापेमारी कर 65 किलो पॉलीथिन को जब्त किया। प्रशासन की कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन पॉलीथिन को छिपाने के बंदोबस्त किए गए।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : शहर में धड़ल्ले से पॉलीथिन बिक रही है और प्रतिबंधित 10 माइक्रोन पॉलीथिन के कैरी बैग में सामान दिया जा रहा है। बुधवार को अचानक प्रशासन जाग गया और छापेमारी कर 65 किलो पॉलीथिन को जब्त किया। प्रशासन की कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन पॉलीथिन को छिपाने के बंदोबस्त किए गए।
बुधवार दोपहर को सिटी मजिस्ट्रेट राकेश गुप्ता व एसडीएम सदर दिनेश सिंह ने टीम के साथ शहर में दुकानों पर छापा मारा। सिटी मजिस्ट्रेट की टीम ने बड़ा चौराहा पर छापा मारकर 35 किलो पॉलीथिन जब्त की। इसी तरह एसडीएम ने जवाहर नगर में घर में छापा मारकर 30 किलो पॉलीथिन जब्त की। प्रशासन की कार्रवाई को देख छोटे दुकानदार प़ॉलीथिन छिपाने में लगे रहे। वहीं कई दुकानदार दुकान बंदकर भाग गए। इस मौके पर सीओ सिटी, ईओ नगर पालिका आरपी श्रीवास्तव, तहसीलदार ओम प्रकाश सिंह, कोतवाली प्रभारी डीके मिश्रा मौजूद रहे।
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जागरण ने था चेताया
- शहर में किस तरह पॉलीथिन बिक रही है तथा उसका पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ रहा है, इसे लेकर दैनिक जागरण में 9 मई को खबर प्रकाशित की गई थी। जिसमें 21 सौ टन पॉलीथिन शहर को कर देगी तबाह का जिक्र किया गया था। आखिरकार प्रशासन को एक माह बाद होश आया और शहर में पॉलीथिन की धरपकड़ को लेकर अभियान चलाया गया। लेकिन जिस तरह से अभियान चलाया गया उसका बहुत अधिक असर दिखेगा ऐसा लगता नहीं है। कारण जिले व शहर में जो पॉलीथिन की खेप आ रही है उसे बंद नहीं किया जा सका है।
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कहां से आ रही पॉलीथिन
- शहर में अधिकतर पॉलीथिन कानपुर से आ रही है। कानपुर में नौबस्ता, पनकी, किदवई नगर, दादा नगर, निजाम चौराहा पॉलीथिन बिक्री के सबसे बड़े केंद्र हैं। यहां पर घरों में प्रतिबंधित पॉलीथिन को व्यापारी डंप किए रहते हैं और उनकी बिक्री उन्नाव, रायबरेली, हरदोई तक हो रही है।