भारत बंद के लिए अकेले जूझी कांग्रेस
जागरण संवाददाता, उन्नाव : डीजल-पेट्रोल में हो रही बेतहाशा मूल्यवृद्धि के विरोध में कांग्रेस क
जागरण संवाददाता, उन्नाव : डीजल-पेट्रोल में हो रही बेतहाशा मूल्यवृद्धि के विरोध में कांग्रेस के भारत बंद के आह्वान का शहर में आंशिक असर रहा। सांसद के प्रभाव वाले क्षेत्रों में गिनी चुनी दुकानें बंद रहीं। बाजारों में रोज की तरह चहल-पहल रही और दुकानें भी खुली रहीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन जुलूस में बैलगाड़ी और तांगा भी शामिल रहे। भारी संख्या में महिलाओं की भीड़ भी जुटी। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाजार बंद कराने का कोई प्रयास नहीं किया। बंद का समर्थन सपा ने किया जरूर था पर उसका कोई नेता प्रदर्शन को आगे नहीं आया।
सोमवार को लगभग 11 बजे रामलीला मैदान से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। पूर्व सांसद अन्नू टंडन बैलगाड़ी पर सवार आगे चलीं, उनके पीछे बैलगाड़ी और तांगा पर सवार कांग्रेस नेता सरकार विरोधी नारेबाजी करते चल रहे थे। सबसे आगे युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अंकित ¨सह परिहार पैदल बाइक को धक्का लगाते चल रहे थे उनके पीछे भारी संख्या में युवा और महिलाएं कांग्रेस का झंडा लिए केंद्र सरकार विरोधी नारे लगाते चल रहे थे। रामलीला मैदान से छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा, आईबीपी तिराहा, ओवरब्रिज होते हुए प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां एडीएम बीएन यादव को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया। कांग्रेस के आह्वान पर बंद भले ही बेअसर रहा हो लेकिन भीड़ जुटा सांसद शक्ति प्रदर्शन में सफल रहीं। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष, वीरप्रताप ¨सह, कमल तिवारी, अवधेश ¨सह, अजय श्रीवास्तव, विश्वास निगम, आदि शामिल रहे।
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शहर छोड़ कहीं नहीं रहा बंद का असर
- मंहगाई के विरोध में भारत बंद के आह्वान का असर शहर में तो आंशिक रहा, लेकिन अन्य क्षेत्रों में कहीं नजर नहीं आया। तहसील मुख्यालयों की बाजार भी खुले रहे।
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कहीं नजर नहीं आए सपाई
- डीजल और पेट्रोल में हो रही मूल्यवृद्धि पर सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस के भारत बंद का सपा ने भी समर्थन दिया पर जिले में कहीं भी पार्टी के कार्यकर्ता या नेता प्रदर्शन के लिए या बंद सफल कराने को बाजार में नहीं दिखे।
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कलेक्ट्रेट गेट पर हुई नोकझोंक
- प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रही पूर्व सांसद बैलगाड़ी से ही कलेक्ट्रेट में जाने लगीं इस पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पहले तो कांग्रेसी नोकझोंक करने लगे लेकिन जब प्रशासन का रुख सख्त देखा तो शांत होकर पैदल ज्ञापन देने गए।
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आगे बैलगाड़ी पीछे रहीं लग्जरी गाड़ियां
- राजनीति के इस दौर में हाल के दो दशकों में यह पहला मौका था जब डीजल और पेट्रोल की मूल्य वृद्धि के विरोध में कांग्रेस नेताओं बैलगाड़ी और तांगा के साथ प्रदर्शन किया। आगे तो तांगा और बैलगाड़ी चल रही थी उसके पीछे नेताओं के लग्जरी वाहनों का काफिला रेंग रहा था। लोग चुटकी भी ले रहे थे नेता बैलगाड़ी का मजा ले रहे और उनकी लग्जरी में महंगा डीजल पेट्रोल फुंक रहा है।
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प्रशासन की रही कड़ी निगरानी
- भारत बंद और विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रशासन सतर्क रहा हर बाजार और चौराहों पर सुबह से ही भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। एसडीएम और सीओ सिटी आगे तो नगर मजिस्ट्रेट जुलूस के पीछे प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर नजर रखे थे। शहर कोतवाल अरुण द्विवेदी भारी पुलिस बल के साथ युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घेरे में लेकर चल रहे थे।