अवैध मिट्टी खनन से ईंट भट्ठों पर हो रहा भंडारण
जागरण संवाददाता उन्नाव जिले में कहीं ईंट भट्ठों के नाम पर किए परमिट से अवैध खनन किया ज
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिले में कहीं ईंट भट्ठों के नाम पर किए परमिट से अवैध खनन किया जा रहा है तो कहीं अवैध खनन से ईंट भट्ठों पर भंडारण किया जा रहा है। इस बात के लगातार प्रमाण मिल रहे हैं। हाल ही में हसनगंज तहसील के अंतर्गत जंसार और भौली गांव में दो भट्ठों से किया गया अवैध खनन साबित होने के बाद अब भी कार्रवाई की जद में नहीं आया है। इस बीच अन्य स्थानों पर ईंट भट्ठों का नाम अवैध मिट्टी खनन से जुड़ रहा है।
औरास के खेतऊ गांव के टीले से जेसीबी मशीन चलाकर खनन किया जा रहा है। पुलिस की मिलीभगत से जेसीबी मशीन से बिना रायल्टी के पास के एक गांव में संचालित भट्ठों पर डंपरों से मिट्टी डाली जा रही है। जिससे क्षेत्र की सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। इसके अलावा निकलने वाले डंपरों से उड़ने वाली धूल से राहगीरों व ग्रामीणों का जीना दुश्वार है। यह अवैध खनन थाना क्षेत्र के अदौरा के मजरा चंदौरा गांव के पास संचालित एक भट्ठे के लिए किया जा रहा है। जहां पुलिस की मिलीभगत से दिन रात जेसीबी मशीन से खेतऊ गांव से मिट्टी खोद कर डंपरों से भट्ठे पर डाली जा रही है। यहीं पर कुछ दिनों पहले भी अवैध खनन किया जा रहा था। जिस पर जागरण में खबर छपने के बाद बंद कर दी गई थी। लेकिन पुलिस की मिलीभगत से दोबारा मिट्टी का खनन शुरू किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
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जंसार और भौली को भूला प्रशासन
- हसनगंज तहसील के अंतर्गत जंसार और भौली गांव से दो कारखानों में हजारों डंपर मिट्टी की आपूर्ति यहां के बाबा ब्रिक फील्ड और अमर ब्रिक फील्ड से की गई थी। मिट्टी सदर तहसील अंतर्गत वशीरतगंज गांव में निर्माणाधीन दो कारखानों में डाली गई थी। जिस पर प्रशासन पहले अनजान बना रहा। खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन ने खनन रोकने की कार्रवाई तब की थी। जबकि, इन कारखानों में मिट्टी की पर्याप्त आपूर्ति की जा चुकी थी। शनिवार को इस बाबत सिटी मजिस्ट्रेट चंदन पटेल से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि अभी संबंधित अवैध खनन को लेकर रिपोर्ट तहसील से नहीं आई है आती है तो कार्रवाई करेंगे।