बिना पट्टा लॉकडाउन में चल रहा अवैध खनन
कोरोना महामारी के बीच जहां लॉक डाउन में लोगों को खाने पीने और दवा लेने तक नियम हैं। वहीं खनन के लिए यह प्रतिबंध बेअसर हैं। यही कारण है कि एसडीएम व खान अधिकारी जहां किसी प्रकार की खनन अनुमति से इनकार कर रहे हैं। वहीं पूरी रात बेधड़क दौड़ रहे बालू भरे ट्रैक्टर इस बात की गवाही दे रहे हैं कि कहीं कुछ तो गड़बड़ है।
संवाद सूत्र, फतेहपुर चौरासी : कोरोना महामारी के बीच जहां लॉक डाउन में लोगों को खाने पीने और दवा लेने तक नियम हैं। वहीं खनन के लिए यह प्रतिबंध बेअसर हैं। यही कारण है कि एसडीएम व खान अधिकारी जहां किसी प्रकार की खनन अनुमति से इन्कार कर रहे हैं। वहीं पूरी रात बेधड़क दौड़ रहे बालू भरे ट्रैक्टर इस बात की गवाही दे रहे हैं कि कहीं कुछ तो गड़बड़ है।
क्षेत्र के गंगा कटरी में खनन तेजी से जारी है। पुलिस की मिलीभगत से लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए खनन करने वाले लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं। लेकिन थाना क्षेत्र में हो रहे इस खनन को देखने वाला कोई नहीं है। क्षेत्र में कटरी गदनपुर आहार से लेकर जमानिया कक्ष तक गंगा की रेती में बड़े पैमाने पर प्रतिदिन बालू खनन कर ले जाई जा रही है। बेखौफ रूप से इस कार्य को अंजाम दे रहे लोगों को जनपद के उच्च अधिकारियों का कोई भय नहीं है। वैसे दिन भर में जितनी बालू खनन कर पाते थे उससे कई गुना बढ़ाकर करके इस समय बालू खनन की जा रही है। उपजिलाधिकारी अक्षत वर्मा ने बताया कि अगर खनन हो रहा है, तो जांच कराई जाएगी। किसी भी प्रकार की कोई परमिट नहीं ग्रांट की गई है। वहीं जिला खान अधिकारी अरुण सिंह ने कहा कि जिले में परियर को छोड़कर कहीं भी बालू खनन की परमिट नहीं है। यह सरासर गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी। वहीं इस संबध में निगरानीकर्ता एसओ हरिकेस रॉय ने बताया कि खनन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।