आइजी ने गोकशी की घटना की जांच के लिए भेजी टीम
कोतवाली क्षेत्र में गोकशी व आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गयी। पुलिस लगातार गोकशी की घटनाओं पर पर्दा डालते हुए एसपी के साथ-साथ आईजी तक को भरमाती रही। जिससे नाराज भाजपाइयों ने इंस्पेक्टर को हटाने की मांग कर दी। इसकी खबर छपने पर आईजी ने इसे गंभीरता से लिया और टीम भेज कर जांच कराई।
संवाद सहयोगी, हसनगंज : कोतवाली क्षेत्र में गोकशी व आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गयी। पुलिस लगातार गोकशी की घटनाओं पर पर्दा डालते हुए एसपी के साथ-साथ आइजी तक को भरमाती रही। जिससे नाराज भाजपाइयों ने इंस्पेक्टर को हटाने की मांग कर दी। इसकी खबर छपने पर आइजी ने इसे गंभीरता से लिया और टीम भेज कर जांच कराई। जिसमें एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों से बयान लिये गए। जिसमें 20 अगस्त को गोकशी की घटना में पुलिस की संलिप्तता होने की बात भी लोगों ने कही।
हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में बीती पांच अगस्त को अकबरपुर, 20 अगस्त को बहरौली जहानपुर और 30 अगस्त को न्योतनी स्थित एक बाग में गोवंशीय अवशेष मिले थे। जिसमें मामला आइजी तक पहुंचने के बावजूद इंस्पेक्टर ने पर्दा डालने का काम किया। जिसका विरोध क्षेत्रीय भाजपाइयों में आक्रोश पनपने लगा और उन्होंने डीएम व एसपी से इंस्पेक्टर को हटाने की मांग की। लगातार गोकशी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए आइजी ने एक जांच कमेटी गठित कर मौके पर भेजी ओर इसकी जांच कराई। आइजी के निर्देश पर गुरुवार को जांच करने पहुंची टीम ने बहरौली जहांनपुर व अकबरपुर में घटना स्थल का निरीक्षण किया। बहरौली में भाजपा नेता राहुल पंडित, प्रधान पति रामलखन, राजेश, ज्ञानेन्द्र, बाबा बैरागी, केदार, आशिष आदि ग्रामीणों ने टीम के सदस्यों को जंगलों में पुलिस द्वारा फेके गए अवशेष दिखाए। साथ ही घटना की इंस्पेक्टर को सूचना दिए जाने के बाद भी कार्रवाई न होने की बात भी बताई। घटना स्थल पर मिले अवशेष और रस्सी ने टीम को घटना के पर्याप्त सुबूत दिये। जिन्हें देखकर जांच टीम ने समझ लिया कि वहां पर गोकशी की घटना हुई है। जांच टीम जब अकबरपुर स्थित घटना स्थल पर पहुंची तो वहां पर गोवंश अवशेष दफनाने के निशान भी मिले। जांच टीम में मौजूद विकास पांडेय, राजेश मिश्रा व धर्मेंद्र यादव ने बताया कि गोकशी की जांच के लिए उन लोगों को आइजी ने भेजा है। इसकी रिपोर्ट उनको सौंपी जायेगी।