घर-घर टीबी के मरीजों की खोज संग तीन बीमारियों की जांच शुरू
जागरण संवाददाता उन्नाव शनिवार को सक्रिय क्षयरोगी खोज अभियान (एसीएफ ) की शुरुआत की गई।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : शनिवार को सक्रिय क्षयरोगी खोज अभियान (एसीएफ ) की शुरुआत की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर टीबी के मरीजों की पहचान करने के साथ ही उनकी कोविड, शुगर और एचआइवी की जांच करेंगी। सीएमओ ने अभियान में लगी टीमों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शनिवार से एसीएफ अभियान की शुरुआत की गई। यह अभियान 12 जनवरी तक चलेगा। सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार जिला अस्पताल परिसर से हरी झंडी दिखा एसीएफ अभियान में लगी टीमों को क्षेत्र में रवाना किया।
एसीएफ अभियान में लगी टीमों को रवाना करने से पूर्व एसीएमओ डॉ. एके रावत व प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह, डॉ. मनीष मिश्रा, स्वास्थ्य शिक्षा सूचनाधिकारी लाल बहादुर यादव, यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह, मोहम्मद एजाज आदि मौजूद रहे। प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान के लिए 7,46,262 की जनसंख्या को लक्षित किया गया है। अभियान में 322 टीमों को लगाया गया है। एक टीम में तीन सदस्य कार्य करेगें। टीमें जनपद के सभी ब्लाक क्षेत्रों के लगभग 1, 56,862 घरों में जाकर क्षय रोग के संभावित मरीजों का लक्षण के आधार पर चिह्नांकन कर बलगम जांच हेतु एकत्र करेगी। अभियान में लगी टीमों के सुपरविजन के 65 एसीएफ टीम सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। ब्लॉक स्तर पर अभियान का पर्यवेक्षण अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के माध्यम से किया जाएगा।
टीबी हारेगा, देश जीतेगा का दिया नारा
इसके साथ-साथ सक्रिय क्षय रोग खोज टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान हेतु समस्त ब्लाकों के पर्यवेक्षण हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों को दो ब्लाक आवंटित किए गए हैं। सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान द्वितीय चरण में आने वाले मरीजों को 48 घंटे में इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।