फुटपाथ के सहारे होगी हाईवे की सुरक्षा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं और सड़क सुरक्षा को देखते हुए स
जागरण संवाददाता, उन्नाव : हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं और सड़क सुरक्षा को देखते हुए सरकार ने इस पर फुटपाथ बनाने का निर्णय लिया है। इसमें हाईवे किनारे की सभी बस्तियों के पास इंटरलॉ¨कग फुटपाथ बनाने पर काम शुरू करवा दिया गया है। इसमें आबादी वाले क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। नेशनल हाईवे अॅथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों की मानें तो लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-25) की कुल लंबाई करीब 89 किमी है। इसमें करीब 48 ऐसे स्थान हैं जहां पर हाईवे किनारे बस्तियां बसी हुई हैं।
यहां के लोग बस्तियों से निकलकर अचानक हाईवे पर आ जाते हैं और इससे कई बार दुर्घटनाएं होती हैं। दुर्घटना के बाद लोग उग्र होते हैं और इससे विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। सड़क व मानव सुरक्षा को
देखते हुए सरकार ने हाईवे किनारे सभी बस्तियों के किनारे इंटरलॉ¨कग फुटपाथ बनाने की योजना बनाते हुए इस पर काम भी शुरू करवा दिया है। विभाग का मानना है कि हाईवे किनारे पड़ने वाले सभी आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष तौर पर फुटपाथ बनाकर दुर्घटनाओं को रोकने का प्रयास किया जाएगा। 48 स्थानों पर फुटपाथ में खर्च होंगे साढ़े 4 करोड़
89 किमी लंबे हाईवे किनारे दोनों ओर के 48 आबादी वाले क्षेत्रों में इंटरलॉ¨कग फुटपाथ बनाने में एनएचएआई करीब साढ़े चार करोड़ का खर्च करेगी। इसके लिए विभाग द्वारा काम शुरू करवाते हुए अब तक करीब 25 फीसद स्थानों पर काम चल रहा है। हर साल होती हैं सैकड़ों दुर्घटनाएं
आंकड़ों को देखें तो लखनऊ-कानपुर हाईवे पर वैसे तो रोजाना कोई न कोई दुर्घटना होती ही रहती है लेकिन, यहां हर साल सैकड़ों लोग मार्ग दुर्घटना में अपनी जान गवां देते हैं। इन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने की मंशा से सरकार ने यह कदम उठाया है। सड़क सुरक्षा के लिए एनएचएआइ से लखनऊ कानपुर हाईवे के लिए 11 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। इसमें मार्ग संकेतक और डिवाइडर पर आइरन वाल बनाने के अलावा इंटरलाक बिक्र से फुटपाथ तैयार कराया जा रहा है।
-पीशिव शंकर, पीडी एनएचएआइ