हेपेटाइटिस-बी एक रिपोर्ट निगेटिव, दूसरी पॉजिटिव
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला अस्पताल व निजी पैथोलॉजी की अलग-अलग जांच रिपोर्ट ने महिला मरीज अ
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला अस्पताल व निजी पैथोलॉजी की अलग-अलग जांच रिपोर्ट ने महिला मरीज और उसके परिजनों को परेशानी में डाल दिया है। वह यह नहीं समझ पा रही हैं कि किस रिपोर्ट को सही मानें। एक महिला मरीज ने हेपेटाइटिस बी की जांच कराई, सरकारी अस्पताल में निगेटिव और निजी पौथोलॉजी की पॉजिटिव रिपोर्ट देख डॉक्टर भी पशोपेश में हैं कि किस रिपोर्ट को सही मानें। डॉक्टरों ने अब उस महिला को कानपुर जाकर टेस्ट कराने की सलाह दी है। उधर महिला दोनों जांच रिपोर्ट अस्पताल में डॉक्टरों के पास भटकती रही।
सदर कोतवाली के चौरा गांव निवासी कमला ने दो सप्ताह पूर्व बुखार आने पर जिला महिला अस्पताल में रक्त की जांच कराई थी। डॉक्टर ने उसे हेपेटाइटिस बी की जांच कराने की भी सलाह दी थी। जिस पर महिला ने जिला महिला अस्पताल की पैथोलॉजी में जांच कराई। जांच रिपोर्ट में हेपेटाइटिस निगेटिव आया। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की दवा से फायदा नहीं हुआ। इससे उसने एक निजी अस्पताल के डॉक्टर को दिखाया उसने बाहर से जांच लिख दी। इस पर आशा बहू के साथ कमला ने दो दिन पूर्व निजी पैथोलॉजी में दोबारा जांच कराई। जांच में उसे हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव बताया गया। निजी पैथोलॉजी की रिपोर्ट में हेपेटाइटिस बी से संक्रमित होने व जिला महिला अस्पताल की जांच रिपोर्ट में निगेटिव बताए जाने की रिपोर्ट ने कमला व उसके परिजनों को परेशानी में डाल दिया। मंगलवार को कमला दोनों रिपेार्ट लेकर महिला अस्पताल ओपीडी पहुंची। महिला डॉक्टर एक मरीज की दो तरह की रिपोर्ट देख पशोपेश में पड़ गई। उन्होंने कमला को दोबारा किसी बड़ी पैथोलॉजी से जांच कराने की सलाह दी है। सीएमएस डा. अंजू दुबे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रकरण अभी जानकारी में नहीं है। महिला को क्रास जांच करा लेना चाहिए।