'भगवान' रात में हो जाते अंतर्धान
फोटो - 5, 6, 7, 8 -शुक्रवार रात 8.30 बजे ही हसनगंज सीएचसी में पसरा सन्नाटा, लग गया ताला
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-शुक्रवार रात 8.30 बजे ही हसनगंज सीएचसी में पसरा सन्नाटा, लग गया ताला
- नौ बजे के बाद बांगरमऊ सीएचसी से भी डॉक्टर नदारद, स्टाफ नर्स मौजूद मिली जागरण संवाददाता, उन्नाव : रात में हादसा हो जाए या तबियत बिगड़ जाए तो पास की पीएचसी और सीएचसी के भरोसे रहे तो जान खतरे में पड़ना तय है। दरअसल रात में सीएचसी या पीएचसी पर डाक्टर मिलने से रहे। वक्त पर इलाज न मिलने से एक प्रसूता की तड़प-तड़प कर मौत होने के बाद जागरण टीम रात में हसनगंज और बांगरमऊ सीएचसी पहुंची तो धरती के भगवान कहे जाने वाले डाक्टर लापता थे।
जागरण टीम शुक्रवार रात 8.30 बजे हसनगंज सीएचसी पहुंची तो सन्नाटा पसरा था। डा. पकंज की ड्यूटी थी, मगर इमरजेंसी में ताला बंद था। अस्पताल से गायब डा. पंकज के आवास पर भी ताला था। महिला वार्ड में भी सन्नाटा पसरा था। ड्यूटी पर स्टाफ नर्स नीलम के अस्पताल में होने की बात तो पता चली, लेकिन वह कहीं दिखी नहीं। महिला डा. देवलीना भी मौजूद नहीं थीं। हालांकि रजिस्टर में उनकी उपस्थिति जरूर दर्ज थी। इसको लेकर सीएचसी प्रभारी डा. नितिन श्रीवास्तव ने फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि देवलीना के साथ डा. प्रीती अस्पताल में रुकने की जगह घर चली जाती हैं।
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इंतजार में बैठे रहे मरीज
मोहान निवासी रज्जन यादव को तेज बुखार आने पर परिजन हसनगंज सीएचसी लाए थे। इमरजेंसी में ताला बंद देख व्यवस्था को कोसते हुए वापस लौट गए। हसनगंज के कुबरीखेड़ा गांव निवासी भइयालाल गर्भवती पत्नी को सीएचसी लेकर पहुंचे, मगर डाक्टर व अन्य स्टाफ को प्रसव केंद्र में न देख बाहर बैठकर इंतजार करने को मजबूर थे। बबुरी गांव निवासी राहुल अपनी बहन को लेकर पहुंचा और डाक्टर के इंतजार में बैठा रहा।
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अस्पताल की जगह आवास पर गुजरती रात
बांगरमऊ सीएचसी में नौ डाक्टरों की तैनाती है। शुक्रवार रात डा. संत कुमार की ड्यूटी थी। रात 8.30 तक तो इनके अस्पताल में मरीज देखने की बात सामने आई, मगर इसके बाद वह गायब हो गए। बताया गया कि वह आवास चले गए। स्टाफ नर्स अनीता और सरोजनी वार्ड में मिलीं। यहां महिला डाक्टर अर्चना की ड्यूटी थी, मगर बताया गया कि रात नौ बजे से पहले वह चली गई।
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प्रसूता की गुरुवार रात गई थी जान
गंजमुरादाबाद के सुल्तानपुर स्थित प्रसव केंद्र पर हुई लापरवाही और समय से एंबुलेंस न मिलने से रात 10 से एक बजे तक तड़पी प्रसूता की मौत हो गई। सीएचसी बांगरमऊ में उसे देखने के लिए डाक्टर को आवास से जगाकर लाना पड़ा था। इससे पहले भी मनमानी के चलते इलाज के अभाव में कई लोगों की मौत हो चुकी है।
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बोले सीएमओ.
हसनगंज क सीएचसी प्रभारी डा. नितिन श्रीवास्तव और बांगरमऊ प्रभारी मुकेश ¨सह से इस बाबत जानकारी ली जाएगी। यदि रात में डाक्टर सीएचसी में नहीं रुक रहे तो कार्रवाई की जाएगी। जिले की सभी सीएचसी पीएचसी का रात्रि में औचक निरीक्षण कर व्यवस्था जांची जाएगी।
- डा. लालता प्रसाद, सीएमओ