आठ घंटे आग बुझाने में जूझे फायर कर्मी
संवादसूत्र, अचलगंज: औद्योगिक क्षेत्र बंथर स्थित चर्म इकाई में शुक्रवार रात शार्ट-शर्किट से लगी
संवादसूत्र, अचलगंज: औद्योगिक क्षेत्र बंथर स्थित चर्म इकाई में शुक्रवार रात शार्ट-शर्किट से लगी आग से सब कुछ तबाह हो गया। फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से करीब ढाई करोड़ के नुकसान का अनुमान बताया गया है। आठ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान कानपुर की दो दमकल वाहनों की भी मदद ली गई। सुबह 10 बजे तक चमड़े की गांठ सुलगती रहीं। यहां तक कि छत और दीवारें भी दरक गईं। मॉडल एग्जिम चर्म इकाई की मदर यूनिट अलफौज में शुक्रवार रात 10 बजे करीब आग लग गई। गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड आग की लपटें देखकर भाग पड़े। उन्होंने फैक्ट्री के मैनेजर नौशाद को जानकारी दी। नौशाद की सूचना पर सदर-पुरवा से दमकल वाहन मौके पहुंचे और धू-धूकर जल रही फैक्ट्री को बुझाने की कोशिश शुरू की। इस दौरान कानपुर से भी दो दमकल गाड़ियां बुलानी पड़ी। सुबह 6 बजे कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। फैक्ट्री मैनेजर नौशाद की माने करीब तीन कंटेनर जूते का तैयार अपर जलकर खाक हो गया। इसके साथ ही फैक्ट्री का फर्नीचर, मशीन समेत करीब ढाई करोड़ के नुकसान का अनुमान है। यहां तक कि फैक्ट्री की इमारत भी दरक गई। उन्होंने बताया कि मार्च 2017 में ही यूनिट बनी और उत्पादन कार्य शुरू हुआ था। गनीमत रहीं कि 8 बजे फैक्ट्री का काम बंद हो गया और मजदूर घर चले गए नहीं तो घटना कई ¨जदगी तबाह हो सकती थीं। गलकर टपके एल्युमिनियम के दरवाजेर नीचे टपकते रहे। आग के रौद्र रूप को देख आसपास की फैक्ट्रियों में काम बंदकर मजदूरों को बाहर निकाल दिया गया। सभी आग को अपनी ओर आने से रोकने के लिए पानी व आग बुझाने के यंत्र लेकर छतों और खिड़कियों के पास खड़े हो गए। सुलेशन के ड्रमों से भड़की आग अपर को चिपकाने के लिए फैक्ट्री में सुलेशन के सैकड़ों ड्रम भरे रखे थे। फैक्ट्री के मैनेजर नौशाद की माने तो सुलेशन पेट्रोल से अधिक ज्वलनशील होता है। सुलेशन के ड्रम चपेट में आते ही आग ने और विकराल रूप ले लिया। फैक्ट्री के पार्टनर अरसलाम ने भी कुछ न बचने की बात कही है।