मानधन योजना के लिए किसानों का टोटा
किसान मानधन योजना में जनपद को दिए गए 30000 किसान आवेदकों के लक्ष्य में महज 3310 ने ही पंजीकरण कराया है। योजना अब भी कुल लक्ष्य से 91 फीसदी पीछे है। कृषि विभाग को अभी भी इस योजना के लिए 26690 किसानों का लक्ष्य पूरा करना है। योजना में शासन युवा किसानों को ही शामिल कर रहा है। योजना में आवेदक किसान की कम से कम 1
जागरण संवाददाता, उन्नाव : किसान मानधन योजना में जनपद को दिए गए 30000 किसान आवेदकों के लक्ष्य में महज 3310 ने ही पंजीकरण कराया है। योजना अब भी कुल लक्ष्य से 91 फीसद पीछे है। कृषि विभाग को अभी भी इस योजना के लिए 26690 किसानों का लक्ष्य पूरा करना है। योजना में शासन युवा किसानों को ही शामिल कर रहा है। योजना में आवेदक किसान की कम से कम 18 तो अधिकतम 40 साल की उम्र सीमा निर्धारित है। जनपद के सभी ब्लॉक में लगाए गए दो दिनी कैंप मेला आयोजन का समापन बुधवार को हो गया। जिसमें महज 443 आवेदक ही हाथ लगे हैं।
प्रशासन ने कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को लक्ष्य दिया है। योजना में आवेदकों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रशासन जद्दोजहद कर रहा है। हालांकि हर मोर्चे पर फिलहाल विफलता हाथ लग रही है। डीएम ने कृषि विभाग कर्मचारियों में समस्त प्राविधिक सहायक, ग्रुप-सी वर्ग-2, वर्ग-3 और बीटीएम व एटीएम को यह लक्ष्य दिए हैं। कर्मियों पर जिम्मेदारी तय करते हुए कम से कम 200 आवेदक प्रत्येक कर्मचारी को लाने का निर्देश भी दिया है। योजना में लघु एवं सीमान्त किसानों को मानधन के तहत पेंशन प्लान से जोड़ा जाना है। जो कर्मचारी जहां तैनात है वह अपने-अपने आवंटित कार्य क्षेत्र में योजना के लिए पात्र किसानों की खोज कर रहे हैं। कर्मचारी किसानों को कॉमन सर्विस सेंटर तक ले जाकर उनका पंजीकरण कराएंगे। मानधन योजना में किसानों को 3000 की पेंशन ग्राही बनाने के लिए शासन से लगातार निर्देश आ रहे हैं। निर्देशों में योजना के लिए लक्ष्य से अधिक काम करने के लिए दबाव बना हुआ है जबकि यहां लक्ष्य ही पूरा नहीं सध रहा है। दो दिनी कैंप का समापन उप कृषि निदेशक डॉ. नंदकिशोर और कृषि रक्षा अधिकारी विकास शुक्ल ने किया।
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सहयोगी किसानों पर आया दारोमदार
- प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना मे विभाग से लक्ष्य न सधने पर सहयोगी किसानों को भी सक्रिय किया गया है। उपकृषि निदेशक डॉ नंद किशोर ने बताया कि ब्लॉकवार कैंप लगाकर पूरे किए गए आयोजन के बाद अब प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर किसानों की तलाश की जाएगी। न्याय पंचायत पर विभाग द्वारा जनपद में बनाए गए 843 किसानों की जिम्मेदारी होगी। प्रत्येक दो राजस्व गांव मिलाकर एक सहयोगी किसान चुना गया है।