पति को जेल न भेजने पर बिफरे परिजन, पीएम हाउस में किया हंगामा
महिला की मौत में दर्ज एफआईआर में आरोपित पति व ससुर को गिरफ्तार करने के बाद भी उन्हें जेल न भेजने से बिफरे मायके वालों ने पीएम हाउस में हंगामा शुरू कर दिया। इसे देखते हुए पुलिस द्वारा थोड़ा बल प्रयोग किया गया तो लोग और उत्तेजित हो गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : महिला की मौत में दर्ज एफआइआर में आरोपित पति व ससुर को गिरफ्तार करने के बाद भी उन्हें जेल न भेजने से बिफरे मायके वालों ने पोस्टमार्टम हाउस में शनिवार को हंगामा शुरू कर दिया। इसे देखते हुए पुलिस द्वारा थोड़ा बल प्रयोग किया गया तो लोग और उत्तेजित हो गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना पर पहुंचे सदर कोतवाली प्रभारी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
आसीवन थानांतर्गत हैदराबाद के मोहल्ला आर्यनगर निवासी 24 वर्षीय प्रतिमा पत्नी रोशन का शव दुपट्टे से कमरे की छत के कुंडे से लटकता मिला था। मृतका के मायके वालों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर उसे मारकर फंदे से लटकाने का आरोप लगाते हुए सास प्रीती, ससुर रामकिशोर द्विवेदी और पति रोशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें पुलिस ने मुख्य आरोपित सास को दूसरे दिन तक गिरफ्तार नहीं किया और घटना के दिन ही पति व ससुर को गिरफ्तार करने के बाद भी जेल न भेजने से नाराज परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद चौकी इंचार्ज को देखते ही विरोध शुरू कर दिया। आरोप था कि चौकी इंचार्ज ही आरोपियों को सहूलियत दे रहे हैं। गुस्साए परिजनों ने पीएम हाउस में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसमें मुख्य गेट का शीशा टूट गया। विरोध कर रही महिलाओं पर एक महिला सिपाही ने बल प्रयोग करना शुरू किया तो उनका गुस्सा और भड़क गया। इस पर सिपाही पीएम हाउस की दूसरी मंजिल पर भागी जिस पर महिलाएं उसका पीछा करते हुए वहां भी पहुंच गई। जिसमें दरवाजा खुलवाने के चक्कर में वहां का भी शीशा टूट गया। सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्रा ने लोगों की मागों को पूरा कराने का आश्वासन देकर शांत कराया। एक घंटे तक चलता रहा हंगामा, रोड भी किया जाम
मृतका के परिजनों से पुलिस का रवैया सही न होने पर वह लोग भड़क गए तो हंगामा काफी बढ़ गया। इसमें वहां मौजूद महिलाओं ने तोड़फोड़ के साथ रोड भी जाम करने की कोशिश की। एक घंटे से अधिक समय तक चले हंगामा में कुछ देर तक एक ओर का मार्ग भी जाम रहा। लेकिन पुलिस लोगों को समझा-बुझाकर पीएम हाउस ले गई। जहां काफी प्रयास के बाद वह लोग शांत हुए।