दस हजार बुजुर्गो की पेंशन पर संकट
दिन बीतने के साथ पेंशन की राह देखने वाले बुजुर्गों को लेकर समाज कल्याण विभाग से मायूसी हाथ लग रही है। विभाग से वृद्धावस्था पेंशन के लिए की जाने वाली ऑनलाइन फीडिग का काम महीनों से बाधित है और इस बात की जानकारी शासन से लेकर प्रशासन तक को नही है। पेंशन न मिलने से बुजुर्गाें की रोटी पर तो कम दवा पर ज्यादा असर पड़ रहा है। जनपद के 10000 वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी संकट में हैं।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : वृद्धावस्था पेंशन के लिए होने वाली ऑनलाइन फीडिंग कई माह से बंद होने के कारण बुजुर्ग परेशान हैं। समाज कल्याण विभाग से भी इन्हें मायूसी हाथ लग रही है। दस हजार से ज्यादा बुजुर्गो के सामने रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा है।
जिला समाज कल्याण विभाग में मौजूदा समय 103375 वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थी पंजीकृत हैं। इनके खाते में पेंशन तब आती है जब संबंधित विभाग का डाटा इंट्री ऑपरेशन प्रत्येक माह इनकी जानकारी ऑनलाइन फीड करता है। यह काम शासन की वेबसाइट पर जाकर ही किया जा सकता है, लेकिन पिछले कई माह से वेबसाइट ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है। विभाग ने बामुश्किल जिन बुजुर्गो का डाटा अपलोड किया उन्हें तो पेंशन मिलने लगी, लेकिन शेष दस हजार से ज्यादा बुजुर्ग अभी भी परेशान हैं।
समस्या का समाधान नहीं, शासन से निलंबन की चेतावनी
विभाग इस बात से भी परेशान है कि लखनऊ से चलने वाली संबधित वेबसाइट काम न करने की जानकारी समाज कल्याण निदेशक को ही नहीं है। इस बात से अनजान उच्चाधिकारी उल्टे विभाग के अधिकारी को ही निलंबित करने की चेतावनी दे रहे हैं।
.....
बोले बुजुर्ग
यह कोई नई बात नहीं है, पेंशनर्स की जानकारी फीड करने में दिक्कत पहले भी कई बार बताई गई। यदि शासन और प्रशासन गंभीर होता तो समस्या कब की सुधर गई होती।
छंगा सविता
-------
हर बार की समस्या बन चुकी है। हमलोग इंतजार करते थक चुके हैं।विभाग को जरा भी ध्यान नहीं है। वरना अब तक समस्या का हल निकल चुका होता।
एसपी शुक्ला
------------------
वैसे उच्चाधिकारियों के सामने बताने की हिम्मत नही होती, फिर भी कई बार शासन में बैठक के दौरान जानकारी दे चुका हूं। हर बार बताया जाता है कि वेबसाइट न खुलने की समस्या है। जल्द ही समस्या दूर किए जाने का आश्वासन मिला है।
राजेंद्र भदौरिया, जिला समाज कल्याण अधिकारी