जनप्रतिनिधियों के बच्चे भी सरकारी स्कूल में पढ़ें
जागरण संवाददाता, उन्नाव : सरकारी स्कूलों का बिगड़ा शैक्षिक स्तर आम लोगों को कचोट रहा ह
जागरण संवाददाता, उन्नाव : सरकारी स्कूलों का बिगड़ा शैक्षिक स्तर आम लोगों को कचोट रहा है। इसी समस्या को देखते हुए बलिया के पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने केंद्र व प्रदेश सरकार को इस व्यवस्था पर ही सोचने के लिए मजबूर करने का फैसला लिया है। इसी के लिए वह साइकिल लेकर बलिया से दिल्ली की यात्रा पर निकल पड़े हैं। दिल्ली में वह प्रधानमंत्री को ज्ञापन देकर एक समान शिक्षा व्यवस्था लागू करने की मांग करेंगे।
बलिया जिले के गांव लक्ष्मण छपरा गांव निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य राधेश्याम यादव गुरुवार को लखनऊ से जनपद मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह जय प्रकाश नारायण की जन्मस्थली से 3 फरवरी को दिल्ली के लिए निकले है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में गरीब परिवार के बच्चों को पढ़ने की व्यवस्था की गई है। इन स्कूलों में अधिकारियों के बच्चे पढ़ते हैं न ही जनप्रतिनिधियों यानी सांसद, विधायक आदि के बच्चे। ऐसे में उनका शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए कोई गंभीर नहीं है। इस व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। जिसके लिए आवश्यक है कि उन स्कूलों में सांसद विधायक और अधिकारियों के भी बच्चों को पढ़ाना अनिवार्य हो। गुरुवार को उन्होंने शहर के विभिन्न स्थानों पर इसके लिए पर्चे आदि बांटते हुए लोगों से इससे जुड़े ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर भी लिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली पहुंच कर वह ज्ञापन प्रधानमंत्री को सौंप कर इसकी मांग करेंगे।