केंद्रीय टीम ने परखी बच्चों के इलाज की हकीकत
भारत सरकार की मेडिकल चेकअप हेल्थ टीम ने मंगलवार को नवाबगंज सीएचसी पहुंच स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत परखी। इसके साथ ही निकट के स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्र तथा आशा कार्यकर्ता से बात कर बच्चों में होने वाली बीमारियों और उन्हें मिल रहे उपचार की जानकारी जुटाई। आरबीएसके टीमों द्वारा किए जाने वाले इलाज का रिकार्ड न मिलने पर टीम के सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई।
संवाद सूत्र, नवाबगंज : भारत सरकार की मेडिकल चेकअप हेल्थ टीम ने मंगलवार को नवाबगंज सीएचसी पहुंच स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत परखी। इसके साथ ही निकट के स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्र तथा आशा कार्यकर्ता से बात कर बच्चों में होने वाली बीमारियों और उन्हें मिल रहे उपचार की जानकारी जुटाई। आरबीएसके टीमों द्वारा किए जाने वाले इलाज का रिकार्ड न मिलने पर टीम के सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई।
स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार से यूआई मनमोहन घोषले के नेतृत्व में आई मेडिकल हेल्थ चेकअप टीम सीएचसी नवाबगंज के बाद ग्राम सभा परसन्दन पहुंची। यहां प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका से बच्चों को होने वाली बीमारियों और आरबीएसके टीम द्वारा किए जाने वाले उपचार के संबंध में जानकारी ली। शिक्षिका अभिलेख नहीं दिखा पाई। आशा बहू ने जो रजिस्टर दिखाया वह भी अधूरा मिला। इस पर उन्होंने अभिलेख दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। इस पर नाराजगी जताते हुए डॉ. मनमोहन घोषले ने समय-समय पर बीमार बच्चों की जानकारी लेने के निर्देश दिए नोडल अधिकारी डिप्टिी सीएमओ डॉ. नरेंद्र सिंह को दिया। केंद्रीय टीम को आंगन बाड़ी कार्यकर्ता ने बताया बच्चों की जन्मजात बीमारियां जैसे कटे ओठ, फोड़ा होना, नाक से खून आना, कान से सुनाई न देना एनीमिया, हाथ गाल फटना, इसका परीक्षण किया जाता इस तरह के जो बच्चे होते है उनका इलाज हेल्थ चेकअप टीम अपने वाहन से लेकर सीएचसी आती है। जहां से उसे ट्रामा सेंटर में पूर्ण इलाज कराया जाता है। कुपोषण से पीड़ित बच्चो का इलाज जिला अस्पताल में कराया जाता है। निरीक्षण के दौरान डॉ नरेंद्र सिंह डिप्टी सीएमओ नोडल आरबीएस और मो. सलमान खान डीईआइसी मैनेजर डॉ अंकिता रस्तोगी ,निधि यादव आदि टीम के साथ रहे।