राशन को लेकर कार्डधारकों ने उठाई आवाज
गुरुवार को जिला पूर्ति कार्यालय पर कई राशन कार्डधारकों ने राशन ना मिलने की शिकायत की इस पर उनकी समस्या का निस्तारण किया गया। असल में राशन कार्ड को लेकर जिले में हमेशा समस्या बनी रहती है। अधिकतर राशन कार्डधारकों के पास कार्ड नहीं बल्कि जन सुविधा केंद्रों पर बनी कार्ड पंजीयन की फोटो कापी है। इस कारण यूनिट व मुखिया को लेकर समस्या बनी रहती है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गुरुवार को जिला पूर्ति कार्यालय पर कई राशन कार्डधारकों ने राशन न मिलने की शिकायत की, इस पर उनकी समस्या का निस्तारण किया गया। अधिकतर राशन कार्डधारकों के पास कार्ड नहीं है, बल्कि जन सुविधा केंद्रों पर बनी कार्ड पंजीयन की फोटो कॉपी है। इस कारण यूनिट और मुखिया को लेकर समस्या रहती है।
एक तरफ कोरोना के खिलाफ जहां प्रशासनिक मशीनरी एक पैर पर खड़ी है, तो वहीं कोटेदार अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे। गुरुवार को जिला पूर्ति कार्यालय पर इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। शांतीनगर निवासी कल्लू प्रसाद शर्मा, कब्बाखेड़ा निवासी नीलम राजपूत, मोती नगर निवासी सुरेश कुमार, कब्बाखेड़ा निवासी शांति देवी, कांशी राम कालोनी निवासी मो नफीस, वीरेंद्र चौहान आदि ने शिकायत करते हुए बताया कि पात्र गृहस्थी का कार्ड बना होने के बाद भी राशन नहीं मिल रहा है। कहा जा रहा है कि ई-पोस में अंगूठा का निशान नहीं मिल रहा है, जबकि सरकार का आदेश है कि हर किसी को राशन मिलना चाहिए।
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विधायक से की गई शिकायत
- कोटेदारों द्वारा राशन न दिए जाने पर गुरुवार को कार्डधारकों ने सदर विधायक पंकज गुप्ता से शिकायत की। इस पर विधायक ने कई कोटेदारों को फोन पर फटकार लगाई, वहीं व्यवस्था को ठीक कराने के लिए पूर्ति विभाग को निर्देश दिया।
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- जिनके राशन कार्डों में यूनिट कट गई हैं और आधार सीडिग की दिक्कत है, उसे ठीक किया जा रहा है। हर पात्र गृहस्थी और अंत्योदय कार्डधारक को राशन मिलेगा। कोटेदारों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।
- सुधाकर कुमार, कार्यकारी जिला पूर्ति अधिकारी
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कम राशन देने पर किया हंगामा
बिछिया : सदर तहसील में तारगांव के कोटेदार नफीस अहमद द्वारा अंत्योदय कार्ड पर 35 किलो की जगह 20 किलो राशन देने पर ग्रामीण भड़क गए और हंगामा करने लगे। मामला बढ़ता देख प्रधान ने जिलाधिकारी को सूचना दी। मौके पर पहुंचे सदर तहसीलदार ओपी शुक्ला पूर्ति निरीक्षक नेहा गुप्ता ने कोटेदार को फटकार लगाई और अपनी निगरानी में वितरण करवाया, तब जाकर मामला शांत हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि हर माह कोटेदार राशन में हेराफेरी करता है।