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भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ शशि सिंह उन्नाव से सीतापुर जेल शिफ्ट

किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उन्नाव जेल में निरुद्ध बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह और सह अभियुक्त शशि सिंह को सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 08 May 2018 10:26 AM (IST)Updated: Tue, 08 May 2018 12:30 PM (IST)
भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ शशि सिंह उन्नाव से सीतापुर जेल शिफ्ट

उन्नाव (जेएनएन)। सामूहिक दुष्कर्म के बाद पीडि़ता के पिता की जेल में मौत के मामले में सीबीआई की गिरफ्त में आए भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को आज सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया है। सेंगर को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया।  उन्नाव के बांगरमऊ से भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ इस मामले में सह अभियुक्त शशि सिंह, कुलदीप के भाई अतुल सिंह तथा चार साथी उन्नाव जेल में बंद हैं।

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किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उन्नाव जेल में निरुद्ध बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह और सह अभियुक्त शशि सिंह को सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया। आज सुबह आठ बजे जिला जेल पहुंची सीबीआई की छह सदस्यीय टीम दोनों को लेकर सीतापुर जेल लेकर चली गई। केस की जांच कर रही सीबीआई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसकी सहयोगी शशि सिंह की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उन्नाव जेल भेज दिया था। कुलदीप के भाई अतुल सिंह सेंगर सहित 5 आरोपी पहले से ही जेल में हैं।

दुष्कर्म पीडि़ता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में कुलदीप सिंह सेंगर को उन्नाव जेल से शिफ्ट करने की गुहार लगाई थी। आज सेंगर को शिफ्ट किया गया। इस बात की पुष्टि उन्नाव जेल के जेलर ने की है।

इससे पहले बीते बुधवार को उन्नाव गैंगरेप पीडि़ता के चाचा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में मामले की चल रही सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखा। पीडि़ता के चाचा ने सीबीआई की जांच पर भरोसा जताते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट से न्याय की उम्मीद जताई थी। अभी भी सामूहिक और हत्या में शामिल आरोपियों के खुले में घूमने और पुलिस प्रशासन के रवैये पर उन्होंने सवाल खड़े किए थे। इसके साथ ही उनके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह का पता लगाने की भी मांग की थी।

पीड़िता ने कोर्ट में अपील करके आरोपी को उन्नाव जेल से कहीं दूसरे जिला की कारागार में शिफ्ट करने की मांग की थी। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए विधायक को सीतापुर जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया। राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने सीबीआई को केस ट्रांसफर कर दिया। सीबीआई ने आरोपी विधायक को गिरफ्तार करके ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पूछताछ की इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया। पीड़िता और चाचा ने उन्नाव जेल में आरोपियों की खातिरदारी का आरोप लगाया था। आरोप था कि जेल में आरोपी विधायक के रिश्तेदार राशन सप्लाई करते हैं, इसके अलावा जेल अधिकारी भी विधायक के रिश्तेदार हैं। इन सब बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए उसे सीतापुर जेल शिफ्ट किया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के उन्नाव जेल में दरबार लगा रहे हैं। यही नहीं उनके समर्थक गांव के लोगों को डराया धमका रहे हैं। पीडि़ता के चाचा ने मुकदमे की सुनवाई दिल्ली ट्रांसफर करने की भी मांग की।

वहीं उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म में पीडि़ता की मां ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने पति के खिलाफ आर्म्स एक्ट में फर्जी एफआईआर दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह के लापता होने के मामले भी जांच की मांग की है। पीडि़ता की मां ने कोर्ट से मांग की है कि सीबीआई इस बात का पता लगाए कि टिंकू सिंह को गायब करने के पीछे किन लोगों का हाथ है। इस मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सीबीआई को इस मामले की विवेचना को लेकर कई निर्देश दिए हैं।

भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने विधायक व अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज चार अलग-अलग मुकदमों की जांच के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर काम कर रही हैं। छह सदस्यीय एक टीम ने माखी थाने में ही डेरा डाल दिया है। सीबीआई ने जून 2017 में किशोरी का अपहरण कर गैंगरेप और उसे आगरा में बेचने के प्रयास की घटना में जमानत पर छूटे एक आरोपी को रविवार रात कानपुर देहात से गिरफ्तार किया है। हालांकि सीबीआई ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। हाईकोर्ट की ओर से विधायक सेंगर प्रकरण की जांच में 21 मई को स्टेटस रिपोर्ट तलब किए जाने से सीबीआई ने जांच में और तेजी लाने के लिए विधायक, उनके भाई व अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज हुए चारों मुकदमों की जांच के लिए अलग-अलग टीम बनाकर काम कर रही है। एक टीम रेलवे के अधिकारा विश्रामालय और एक नवाबगंज पक्षी विहार में रुकी है। सर्विलांस और दबिश टीमें भी अपना काम कर रही हैं।

थाने की बिल्डिंग में रुकेगी सीबीआइ की एक टीम

उन्नाव में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के करीबियों से पूछताछ और घटना से संबंधित साक्ष्य जुटाने के लिए अब सीबीआइ माखी थाना में ही रुकेगी। इसके लिए पुलिस ने उन्हें थाने की बिल्डिंग के कुछ कमरों की व्यवस्था भी की है। जिसके साथ ही साफ-सफाई के साथ टूटे प्लास्टर की भी मरम्मत कराई गई है। माना जा रहा है कि जल्द सीबीआइ यहां रुककर साक्ष्य संकलन करेगी। दुष्कर्म पीडि़ता मामले में सीबीआइ लगातार माखी जाकर साक्ष्य संकलन कर रही है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की सख्ती के बाद अब सीबीआइ मसले पर और गंभीर हो गई है। रोजाना की भागदौड़ से बचने और लोगों की नजर से बचने के लिए अब सीबीआइ की एक टीम ने माखी थाना में ही रुकने का मन बनाया है। जिसके लिए थाना की एक बिल्डिंग के कुछ कमरों की साफ-सफाई भी कराई गई है। विधायक के करीबियों को सीबीआइ यहीं बुलाकर पूछताछ करेगी।  

कुलदीप सिंह सेंगर व शशि सिंह सीतापुर जेल शिफ्ट 

उन्नाव कांड के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और महिला आरोपी शशि सिंह को उन्नाव से सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया है। उन्नाव के सीओ पूर्वी उमेश चंद त्यागी, इंस्पेक्टर दिनेश सिंह, सब इंस्पेक्टर अभय कुमार मिश्र व महिला सब इंस्पेक्टर सुनीता द्वारा कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच सीतापुर लाया गया है। जेल प्रशासन ने पहले ही तैयारियां कर ली थीं। जेल अधीक्षक दिनेश मिश्र का कहना है विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व शशि सिंह को सीतापुर जेल लाया गया। वैसे तो भाजपा विधायक को पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में लाया गया है लेकिन आरोपी विधायक के गुर्गे भी आगे पीछे लगे रहे। विधायक के गुर्गों की गाड़ियों का काफिला सीतापुर भी पहुंचा था। जेल के अंदर विधायक के पहुंचने के बाद वे चले गए।


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