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दुर्गा मंदिर में मधुमक्खियों का हमला, तीस जख्मी

नवाबगंज के पौराणिक दुर्गा मंदिर में मंगलवार को अचानक मधुमख्खियों ने हमला बोल दिया। इससे दशर्न के लिए लाइन में लगे भक्तों व मंदिर के पुजारी ऐव पंडा आदि में भगदड़ मच गई। कई श्रद्धालुओं को मधुमख्खियों ने जख्मी भी कर दिया। अचानक हुए हमले से मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। मधुमक्खियों ने हमला से भगदउ़ मच गई जिसे आसपास कहीं कोई सुरक्षित ठिकाना मिला उसने वहां शरण लेकर बचाव किया। मधु मख्खियों के काटने से 30 लोग जख्मी हुए हैं। एक घंटे से अधिक समय तक अफरा तफरी मची रही। नगर पंचायत ने फांगिग करा मधुमख्खियों को भगाया तब लोगों को राहत मिली।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Oct 2019 07:18 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 06:22 AM (IST)
दुर्गा मंदिर में मधुमक्खियों का हमला, तीस जख्मी
दुर्गा मंदिर में मधुमक्खियों का हमला, तीस जख्मी

संवाद सूत्र, नवाबगंज : नवाबगंज के पौराणिक दुर्गा मंदिर में मंगलवार को अचानक मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया। इससे दर्शन की लाइन में लगे भक्तों और मंदिर के पुजारी व पंडा आदि में भगदड़ मच गई। कई श्रद्धालुओं को मधुमक्खियों ने जख्मी कर दिया। अचानक हुए हमले से मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। मधुमक्खियों के हमले से भगदड़ मच गई, जिसे आसपास कहीं कोई सुरक्षित ठिकाना मिला उसने वहां शरण लेकर बचाव किया। मधुमक्खियों के काटने से 30 लोग जख्मी हो गए। एक घंटे बाद नगर पंचायत के द्वारा फागिग कराए जाने तक अफरातफरी मची रही।

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मंगलवार को सुबह की आरती समाप्त होने के बाद भक्त प्रसाद चढ़ाने के लिए लाइन में लगे थे करीब साढ़े नौ बजे अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया, इससे भगदड़ मच गई। मंदिर के सेवादारों में विदेश्वरी गुप्ता, पंकज, नृपेन्द्र द्विवेदी, नन्हा गुरु, शुभम, पंडा मोनू आदि आदि समेत 30 लोग मधुमक्खियों के काटने से जख्मी हो गए। मधुमक्खियों के हमले के शिकार तमाम भक्त तो बिना प्रसाद चढ़ाए ही वापस लौट गए। मंदिर में अफरा-तफरी की सूचना पाकर नगर पंचायत की टीम मौके पर पहुंची और फागिग कर मधुमक्खियों को भगाया करीब दो घंटे बाद पुन: दर्शन पूजन शुरू हो सका। नगर पंचायत अध्यक्ष दिलीप लश्करी ने बताया कि मधुमक्खियों के छत्ते तो काफी समय से हैं पर कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। भक्तों का कहना था कि अगर आरती के समय हमला करती तो दर्जनों लोग भगदड़ में चोट खा सकते थे क्योंकि उस समय हजारों की भीड़ थी। हमला आरती के आधा घंटा बाद हुआ इससे भीड़ बहुत कम हो गई थी।


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