बुखार से एक और मौत, डेंगू पीड़ितों के घर पहुंची डॉक्टरों की टीम
जिले में संक्रामक रोगों का कहर थम नहीं रहा है। बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। सफीपुर से रेफरहोकर जिला अस्पताल आई बुखार पीड़ित पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। वहीं कई दिनों से गांधीनगर में चल रहे डेंगू के कहर और एक की मौत तथा 9 लोगों को डेंगू होने का मामला सामने आने के बाद शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की नींद टूटी। मलेरिया और संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग की टीमों ने गांधीनगर पहुंच डेंगू पीड़ितों के परिवारिक सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा का छिड़काव कराया।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिले में संक्रामक रोगों का कहर थम नहीं रहा है। बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। सफीपुर से रेफर होकर जिला अस्पताल आई बुखार पीड़ित पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। कई दिनों से गांधी नगर में नौ लोगों को डेंगू होने का मामला सामने आने के बाद शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की नींद टूटी। मलेरिया और संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग की टीमों ने गांधीनगर पहुंच डेंगू पीड़ितों के परिवारिक सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा का छिड़काव कराया।
सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव देवगांव निवासी अमित की पांच वर्षीय बेटी आस्था को कई दिनों से बुखार आ रहा था। पिता ने उसे सफीपुर सीएचसी में भर्ती कराया। हालत बिगड़ने पर शनिवार को सुबह डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल आने के कुछ ही देर बाद आस्था की मौत हो गई। ईएमओ डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार के लोगों ने बुखार होने की जानकारी दी थी प्राथमिक उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
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गांधीनगर में हुआ दवा छिड़काव
गांधीनगर में डेंगू का प्रकोप होने और लगभग नौ डेंगू पीड़ित मरीजों के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती होने की खबर जागरण में छपने के बाद शनिवार को स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। मलेरिया अधिकारी आरसी यादव और संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग के डॉ. आरएस मिश्र व डॉ. रवि के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की दो टीम गांधीनगर पहुंची। सबसे पहले सभासद आशा यादव के यहां पहुंच बहू की मौत से पूर्व कराई गई जांच रिपोर्ट चेक की। उसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसके बाद इस मोहल्ले के अन्य डेंगू पीड़ित मरीजों के घर भी पहुंच कर टीम ने सत्यापन किया। मलेरिया अधिकारी ने बताया कि एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया गया है। जो मरीज कानपुर में उपचार करा रहे हैं उनका एलायजा टेस्ट कराने के लिए कानपुर टीम भेज सैंपल लिया जा रहा है।