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आखिर भू-माफिया पर बरपा प्रशासन का कोप

भू-माफिया सर्वे विभाग की मेहरबानी से सरकारी जमीन लूटते रहे। भू-माफिया का सिडीकेट भी इतना तगड़ा कि सरकारी जमीन की निगरानी का जिन्हें जिम्मा सौंपा गया उस सर्वे विभाग के राजस्व कर्मी मिलजुमला नंबरों की आड़ में अपनी जमीन को लुटने से बचाना तो दूर उसकी रिपोर्ट अफसरों तक को नही दे सके। भू-माफिया और सर्वे विभाग के सिडीकेट में सदर तहसील की कटरी पीपरखेड़ा ग्रामपंचायत की भूमि पर भू-माफिया द्वारा कब्जा करने के मामले में डीएम के तेवर सख्त हुए तो अवैध कब्जे की कलई भी खुलकर सामने आ गई। अब तक माफिया पर मेहरबान सर्वे विभाग को आइना दिखाने का काम डीएम के निर्देश पर एसडीएम के नेतृत्व में जांच करने पहुंची तहसील प्रशासन की टीम ने किया। कई भूमाफिया द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जा कर बनाई गई बाउंड्रीवाल को जेसीबी चलवा गिरवाया गया। प्रशासन की कड़ी कार्यवाही से भू-माफिया और उसके सिडीकेट में अपरोक्ष रूप से शामिल सर्वे विभाग के कर्मचारियों में खलबली मच गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 11:38 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jul 2019 06:25 AM (IST)
आखिर भू-माफिया पर बरपा प्रशासन का कोप
आखिर भू-माफिया पर बरपा प्रशासन का कोप

जागरण संवाददाता, उन्नाव : भू-माफिया सर्वे विभाग की मेहरबानी से सरकारी जमीन लूटते रहे। भू-माफिया का सिडीकेट भी इतना तगड़ा कि सरकारी जमीन की निगरानी का जिनको जिम्मा सौंपा गया उस विभाग के मुलाजिमों ने मिलजुमला नंबरों की आड़ में अपनी जमीन को लुटने से बचाना दूर उसकी रिपोर्ट तक अफसरों को नहीं दी। कटरी पीपरखेड़ा ग्राम पंचायत की भूमि कब्जाने के मामले में डीएम के तेवर सख्त हुए तो अवैध कब्जे की कलई भी खुलकर सामने आ गई। अब तक भू-माफिया पर मेहरबान सर्वे विभाग को आइना दिखाने का काम डीएम के निर्देश पर पहुंची तहसील प्रशासन की टीम ने किया। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाई गई बाउंड्रीवाल को जेसीबी चलवा कर गिरवा दिया गया। प्रशासन की कड़ी कार्रवाई से भू-माफिया और उसके सिडीकेट में अपरोक्ष रूप से शामिल सर्वे विभाग के कर्मचारियों में खलबली मच गई है।

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सर्वे विभाग के राजस्व कर्मियों और माफिया के सिडीकेट द्वारा सरकारी जमीन के लूट का जागरण ने खुलासा करके अवैध कब्जों की कलई ही नहीं खोली बल्कि माफिया पर मेहरबानी के लिए हाइकोर्ट का आदेश भी फाइलों में दबा देने के मामले पर से भी पर्दा हटाया। डीएम देवेंद्र पांडेय ने इसे काफी गंभीरता से लिया। पहले नायब तहसीलदार को जांच करने का आदेश दिया, लेकिन बाद में आदेश में परिवर्तन करके एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर स्थलीय जांच कर अवैध कब्जा हटवाने का निर्देश दिया। शुक्रवार को एसडीएम दिनेश कुमार के नेतृत्व में तहसीलदार ओपी शुक्ल, नायब तहसीलदार शशिबिद द्विवेदी पुलिस बल के साथ कटरी पीपरखेड़ा गांव पहुंचे। जहां ग्राम समाज की जमीनों की जांच की। जांच के दौरान कई सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा पाया गया। कटरी पीपरखेड़ा ग्राम समाज की भूमि पर किए गए अवैध कब्जा को हटवाने के लिए प्रशासन ने लगभग चार घंटे जेसीबी चलवाई। तहसील प्रशासन ने करीब 12 बीघा जमीन अवैध कब्जा से मुक्त कराई है। जिसमें चार बीघा कृषि भूमि और करीब आठ बीघा अवैध कब्जे जिनमें बाउंड्रीवाल आदि बनाकर प्लाटिग की तैयारी थी की बाउंड्रीवाल को गिराया गया।

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इनके मिले हैं अवैध कब्जा, दी जाएगी नोटिस

नायब तहासीलदार शशिबिद द्विवेदी के मुताबिक कटरी पीपरखेड़ा की जिस भूमि को मुक्त कराकर कब्जे ध्वस्त किए गए उनमें भूमि संख्या 1483 पर नौशाद लारी, भूमि संख्या 1610 पर शमीम, भूमि संख्या 1609 पर मुंशीलाल, भूमि संख्या 1638 व 1639 पर डॉ. नसीम और भूमि संख्या 970 व 971 नैकानी द्वारा अवैध कब्जा कर प्लाटिग करके बाउंड्री वाल उठाने की जानकारी मिली है। भूमि को कब्जा मुक्त कराकर डीएम को रिपोर्ट भेजी जा रही है। साथ ही अवैध कब्जा करने वालों को भी नोटिस दी जाएगी।

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कटरी पीपरखेड़ा ग्राम समाज की लगभग 12 बीघा भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। अवैध कब्जा संबंधी जांच की रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है। डीएम का जो निर्देश होगा उसके अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

- दिनेश कुमार, एसडीएम सदर


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