प्रशासन रहा सतर्क, टीईटी में 701 परीक्षार्थी रहे गैरहाजिर
जागरण संवाददाता, उन्नाव : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटेट) रविवार को जिले के 1
जागरण संवाददाता, उन्नाव : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटेट) रविवार को जिले के 18 केंद्रों पर शांतिपूर्वक व नकल विहीन सम्पन्न हुई। सुबह की पाली में प्राथमिक और दोपहर में उच्च प्राथमिक स्तर की कराई गई परीक्षा में कुल पंजीकृत 16267 अभ्यर्थियों में 701 गैरहाजिर रहे। अभ्यर्थियों पर सीसीटीवी से नजर रखते हुए केंद्र के बाहर की गतिविधियों पर प्रशासन की सख्ती रही। इसके अलावा स्थानीय तौर पर गठित निगरानी दल से अपडेट लेते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी की टीम ने केंद्रों को औचक जांचा।
यूपीटेट से पूर्व परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने नकल को लेकर प्रशासनिक अमला को अलर्ट कर दिया था। केंद्र व्यवस्थापक व निगरानी दल को छोड़कर किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति केंद्र पर नहीं दी गई। प्रवेश से पूर्व अभ्यर्थियों की वीडियो रिकॉर्डिंग कराते हुए सघन तलाशी ली गई। परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी से उन पर नजर रखी गई। डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय, एसपी हरीश कुमार, एडीएम बीएन यादव सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी परीक्षा को लेकर सक्रिय रहे। डीआइओएस राकेश कुमार और बीएसए बीके शर्मा ने भी कई केंद्रों का मुआयना किया। प्राधिकारी द्वारा जिले में नियुक्त पर्यवेक्षक अजय कुमार ¨सह ने बताया कि प्रत्येक केंद्र को जांचते हुए सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित करने के निर्देश दिए गए। परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं मिली। परीक्षा शांतिपूर्वक निपटी।
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आठ केंद्रों पर हुई दूसरी पाली की परीक्षा
- शिक्षक पात्रता परीक्षा की सुबह पाली में पंजीकृत 11253 परीक्षार्थियों में 10816 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। परीक्षा 18 केंद्र पर सुबह 10 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक आयोजित हुई। दूसरी पाली में अपराह्न तीन से शाम साढ़े पांच बजे तक परीक्षा आठ केंद्र पर हुई। इसमें 5014 में 4750 परीक्षार्थी शामिल हुए।
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सबसे ज्यादा परीक्षार्थी वाले केंद्र
- 18 परीक्षा केंद्रों में सबसे ज्यादा परीक्षार्थी डीएसएन, एसवीएम, एवीएम इंटर कॉलेज और जीजीआइसी मोती नगर में रहे। इन केंद्रों पर 600 से अधिक परीक्षार्थी आवंटित थे। डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर व राजा शंकर सहाय इंटर कॉलेज में परीक्षार्थी अन्य केंद्रों के मुकाबले कम थे। यहां 400 के अंदर ही परीक्षार्थी संख्या रही।