Move to Jagran APP

न्याय के महाकुंभ में 7000 को मिला कोर्ट के चक्कर से छुटकारा

शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय लोकअदाल का आयोजन किया गया। प्राधिकरण अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश ने मो. अजहर हुसैन इदरीसी ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वाद सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित किये जाने पर बल दिया। उन्होंने एक से दूसरे न्यायालय कक्ष में पहुंच वादकारियों से बात भी की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Sep 2019 11:57 PM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 06:29 AM (IST)
न्याय के महाकुंभ में 7000 को मिला कोर्ट के चक्कर से छुटकारा
न्याय के महाकुंभ में 7000 को मिला कोर्ट के चक्कर से छुटकारा

जागरण संवाददाता, उन्नाव : शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। प्राधिकरण अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश मो. अजहर हुसैन इदरीसी ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वाद सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित किये जाने पर बल दिया। उन्होंने एक से दूसरे न्यायालय कक्ष में पहुंच वादकारियों से बात भी की।

loksabha election banner

विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव न्यायाधीश मीनाक्षी सोनकर ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में जनपद न्यायालय उन्नाव के विभिन्न न्यायालयों के समस्त न्यायिक अधिकारीगण द्वारा वैवाहिक 12 वाद , बैंक रिकवरी 353 वाद, मुथूट फाइनेंस 02 वाद, विविध दीवानी वाद 15 तथा आपराधिक वाद 1956 एवं 57 अन्य वादों का निस्तारण किया गया। राजस्व, चकबन्दी तथा अन्य विभागों के द्वारा राजस्व के 456 वाद, आपराधिक 668 वाद, प्रिलिटीगेशन 451 वाद तथा अन्य 2640 वाद, स्टाम्प अधिनियम 03 मिलाकर 4218 वादों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में 6631 वादों का निस्तारण किया गया तथा वादों के निस्तारण से लगभग 7000 व्यक्ति लाभान्वित हुए।

आपराधिक निस्तारित वादों में 172450 रुपया अर्थदण्ड वसूल किया गया। । आपराधिक वादों के निस्तारण में अरविन्द कुमार उपाध्याय अपर जिला जज चतुर्थ, ने 33 वाद, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी विराट कुमार श्रीवास्तव ने 989 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम फर्रूख इनाम सिद्दीकी ने 247 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय प्रमोद यादव ने 111 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चतुर्थ सौरभ श्रीवास्तव ने 155 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंचम न्यायाधीश आस्था श्रीवास्तव ने 259 वाद, न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 132 वाद, सिविल जज जूडी श्री सावन कुमार विकास पुरवा उन्नाव ने 35 वादों का निस्तारण किया। बैंक ऋण वसूली के 353 प्रि.लिटीगेशन वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में बृजेश कुमार मिश्रा अपर जिला जज, रणंजय कुमार वर्मा प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, मो. अयाज अपर जिला जज/नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत, अखिलेश दुबे अपर जिला जज, अरविन्द कुमार उपाध्याय अपर जिला जज, कुनाल वेपा अपर जिला जज, एहसानुल्लाह खान अपर जिला जज, आनन्द कुमार न्यायाधीश अतिरिक्त परिवार न्यायालय, भूपेन्द्र राय अपर जिला जज, प्रीति सिंह न्यायाधीश अतिरिक्त परिवार न्यायालय, प्रहलाद टंडन अपर जिला जज, संतोष कुमार अपर जिला जज, सुश्री पूनम त्रिवेदी अपर जिला जज/एफटीसी, विराट कुमार श्रीवास्तव मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अल्का यादव सिविल जज (सीडि), फर्रूख इनाम सिद्दीकी अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मीनाक्षी सोनकर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री प्रमोद सिंह यादव अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सौरभ श्रीवास्तव, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, आस्था श्रीवास्तव अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, स्मृति चौरसिया सिविल जज (जूडि) दक्षिणी, समीना जमील न्यायिक मजिस्ट्रेट उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.