उन्नाव में लेदर फैक्ट्री मालकिन की हत्या, 15 साल से अकेले रहकर देखती थीं काम
उन्नाव सदर कोतवाली के शेखपुर नरी इलाके में लेदर फैक्ट्री के अंदर मालकिन राजेंद्र कौर (70) की गुरुवार रात हत्या कर दी गई।
उन्नाव (जेएनएन)। सदर कोतवाली के शेखपुर नरी इलाके में लेदर फैक्ट्री के अंदर मालकिन राजेंद्र कौर (70) की गुरुवार रात हत्या कर दी गई। राजेंद्र करीब 15 सालों से अपने पति शिवकटरा लाल बंगला निवासी त्रिलोचन सिंह और बेटे राजप्रीत से अलग फैक्ट्री में बने आवास में रहती थींं। रात आठ बजे हालचाल के लिए पहले बेटी फिर कानपुर निवासी जानकार ने फोन किए, लेकिन कई प्रयासों के बाद भी कॉल रिसीव न होने पर वे देर रात ही फैक्ट्री पहुंचे। जहां राजेंद्र का लहुलुहान शव बरामदे में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंचे सीओ सिटी, कोतवाल ने डॉग स्क्वाड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने जांच शुरू की।
हर पहलू पर जांच जल्द पकड़े जाएंगे आरोपी
लखनऊ आलमबाग में चंद्रनगर में ब्याही राजेंद्र कौर की बेटी हरमीत कौर ने गुरुवार शाम करीब छह बजे मां से वाट्सएप पर चैट की थी। रात आठ बजे उसने फोन मिलाया लेकिन कई बार में भी कॉल रिसीव नहीं हुई। जिसपर हरमीत ने लालबंगला निवासी मां के परिचित शैलेंद्र त्रिपाठी को जानकारी दी। शैलेंद्र भी जब फोन कर थक गए तो करीब 11 बजे वे फैक्ट्री पहुंचे। जहां राजेंद्र का रक्तरंजित शव बरामदे में पड़ा मिला। मामले में एसपी हरीश कुमार ने बताया कि हर पहलू पर जांच जारी है। जल्द आरोपित पकड़े जाएंगे।
दान कर दी थी छह बीघे की जमीन, बाद में वापस ली
घरवालों से अलग होने के बाद वह दुनियादारी से विमुख हो गईं थीं। कई साल पहले कानपुर लखनऊ हाइवे पर उन्होंने अपनी 18-20 करोड़ की 6 बीघे की प्रापर्टी हिमांचल प्रदेश की अकाल एकेडमी बड़ू साहब को एग्रीमेंट पर दे दी थी। जिसमें एक स्कूल खोला गया जो दो सालों बाद बंद हो गया। फिर उन्होंने एग्रीमेंट कैंसिल कर खुद जूते के अपर बनाने की फैक्ट्री डाल दी। राजेंद्र का परिजनों में केवल बेटी के प्रति झुकाव था।