आग से 18 बीघा गेहूं की फसल राख
बिजली के हाईटेंशन तार किसानों की फसल के दुश्मन बन गए हैं। हाल यह है कि गेहूं कटकर घर पहुंचने से पहले ही बिजली के तारों की चिगारी से राख हो रहा है। शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर हुई घटनाओं में 1
जागरण टीम, उन्नाव : शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर हुई आग की घटनाओं ने किसानों को बेहद दर्द दिया। आग से 18 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। सभी जगह आग बुझाने में दमकल विभाग दगा दे गया, जिससे ग्रामीणों को कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाना पड़ा।
पाटन के नेवाजीखेड़ा निवासी रामशरण सिंह, जागेश्वर, शम्भू सिंह, रामरतन, समरजीत, राम शंकर, विजय पाल तपेश्वरी के खेतों में शुक्रवार की दोपहर को अचानक आग लग गई। घटना के समय किसान घर पर थे। सूचना मिलने पर खेतों में पहुंचे तो आग की लपटें देखकर आस-पास के गांवों के लोग भी मौके पर पहुंच गये। बोरिग से पानी चलाकर करीब एक घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। किसानों की 12 बीघा फसल जलकर खाक हो गई। किसान अरिदमन सिंह का कहना है कि फायर बिग्रेड को सूचना दी गई पर वह नहीं आई। वहीं राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर अग्निकांड में हुए नुकसान का आंकलन किया। वहीं सफीपुर कोतवाली के सकहन सरांय गांव निवासी राजेन्द्र पांडेय का गांव के बाहर खेत है जिसमें गेहूं की फसल खड़ी है। शुक्रवार दोपहर खेत के ऊपर से गुजरी एचटी तारों में आपूर्ति चालू होने के बाद स्पार्किंग से निकली चिगारी गेहूं की फसल में जा गिरी जिससे आग भड़क गई। कड़ी मशक्कत के बाद आग को काबू कर सके लेकिन तब तक राजेन्द्र पांडेय और रामकृष्ण पांडेय की दो बीघा गेहूं की फसल जल कर राख हो गई। समय से फायर बिग्रेड न पहुंचने से ग्रामीणों में रोष रहा। वहीं शुक्रवार दोपहर थाना क्षेत्र के काथा मे किसान धर्मेन्द्र सिंह पुत्र रामपाल की बिजली का तार टूटकर गिरने से खेत में खड़ी डेढ़ बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। क्षेत्र पंचायत सदस्य शानू सिंह ने इसकी सूचना बिजली विभाग को देकर आपूर्ति को बंद कराया इसके बाद ग्रामीणों की मदद से निजी संसाधनों से आग पर काबू पाया गया। जेई शशिमनि कश्यप ने बताया की ट्रांसफार्मर की खराबी से लाइन स्पार्किग कर गई जिससे गर्म होकर तार टूट गया। किसान का ज्यादा नुकसान नहीं हो पाया है। समय रहते सप्लाई को बंद करवा दिया गया था।