55 साल बाद आईटीआई छात्रों को मिलेगा नया कैंपस
उन्नाव, जागरण संवाददाता: पिछले 55 सालों से जिले में संचालित राजकीय प्रौद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई
उन्नाव, जागरण संवाददाता: पिछले 55 सालों से जिले में संचालित राजकीय प्रौद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) की बदहाल तस्वीर को बदलने का काम चल रहा है। दो चरणों में संस्थान की इमारत को ढहाकर नए सिरे से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। योजना को धरातल पर लाने का काम आवास विकास परिषद कर रहा है। छात्र-छात्रों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह कार्य हो रहा है।
जिले में वर्ष 1961 से उन्नाव रेलवे स्टेशन रोड पर आईटीई संचालित है। शुरू में यहां दो से तीन तकनीकी कोर्स थे, अब 9 हैं। सीटों की संख्या 168 है। सीट बढ़ने से दूसरे जिले के अभ्यर्थियों का रुख इस ओर हुआ है। छात्र-छात्राओं के लिए जो प्रशिक्षण कक्ष थे, वह जर्जर थे। कारण संस्थान की इमारत की मियाद पूरी हो चुकी थी। छत या दीवार कब ढह जाए, यह डर हमेशा छात्रों और संस्थान कर्मचारियों को लगा रहता था। शासन ने आवास विकास परिषद को शासन द्वारा नई इमारत के निर्माण का जिम्मा दिया गया। परिषद दो चरणों में कार्य करा रहा है। मई 2017 में योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा। पहले चरण का काम 95 फीसद पूरा हो चुका, यह विभागीय दावा है। बचे कार्य को नवंबर के दूसरे सप्ताह में पूरा करने का लक्ष्य है। दिसंबर में जर्जर इमारत छोड़ छात्र नई इमारत में प्रशिक्षण करते नजर आएंगे।
दूसरा चरण जनवरी में शुरू : आईटीआई परिसर में दूसरे चरण का काम आवास विकास परिषद द्वारा जनवरी 2017 में पूरा होगा। दूसरे हिस्से की इमारत को ढहाने का काम दिसंबर के अंतिम सप्ताह में शुरू हो जाएगा। इस बात की जानकारी प्रधानाचार्य को परिषद ने दे दी है।
पांच करोड़ का है बजट : दोनों चरणों के काम का अनुमानित बजट पांच करोड़ है। इस बजट से जो इमारत बनाई जा रही है, उसमें छात्रों को पीने के पानी के लिए प्लांट होगा। शौचालय, कैंटीन, वाहन पार्किंग, पार्क, वे¨टग हॉल आदि सुविधाएं होंगी।
संस्थान में नई इमारत को बनाए जाने का काम प्रस्तावित था। पहला चरण पूरा हो चुका है। जहां पर शीघ्र ही कक्षाएं लगाई जाएंगी। - वीके वर्मा, प्रधानाचार्य, आईटीआई।