जेल तक पहुंचा बुखार, एक बंदी बीमार
उन्नाव, जागरण संवाददाता: जिले में संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। बुखार ने अब कारागार म
उन्नाव, जागरण संवाददाता: जिले में संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। बुखार ने अब कारागार में भी दस्तक दे दी है। जिला कारागार के कुछ बंदी भी बुखार की चपेट में हैं। इनमें से एक बंदी को सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आठ घंटे के अंदर जिला अस्पताल में 11 बुखार के रोगी भर्ती कराए गए हैं इनमें शहर के मोहल्ला प्रियदर्शनी नगर के सगे भाई बहन भी शामिल हैं। वहीं शहर के मोहल्ला शेखपुर निवासी पीरा मोहम्मद को तेज बुखार होने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सोमवार को दोपहर बाद उसकी मौत हो गई। जिला कारागार में दुष्कर्म के मामले में बंद विचाराधीन बंदी शैलेंद्र ¨सह निवासी माखी को लगातार बुखार आने कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुखार पीड़ित बंदी ने बताया कि उसे आठ दिनों से बुखार आ रहा था। कारागार अस्पताल में इलाज चल रहा था पर उसके बाद भी बुखार से राहत नहीं मिली। उसका कहना था कि कारागार में दर्जनों अन्य बंदियों को भी बुखार है जो जेल अस्पताल से दवा करा रहे हैं। इसके अलवा शहर जिन बुखार रोगियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया उनमें प्रियदर्शनी नगर निवासी रामचंद्र का पुत्र हर्ष, बेटी खुशी, अनिल, खुशी, रामरानी, आरती, विमला, रूबी, सरोजनी तथा लक्ष्मी शामिल हैं। लक्ष्मी ने बताया कि तेज बुखार के बाद भयानक सिरदर्द होने के साथ उसे आंखों से कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा है। वहीं नरी गांव में दर्जनों बुखार रोगी हैं। इनमें तीन दिन तक डाक्टरों की टीम ने गांव में ही दवा का वितरण किया और उसके बाद रोगियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया। अब बुखार पीड़ित रोगी जिला अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं। यही हाल गजौली का है इस गांव में बुखार से दो लोगों की मौत होने के बाद भी बिछिया के डाक्टरों ने रविवार को तब गांव जाना गंवारा किया जब सीएमओ से इसकी शिकायत की गई। देर शाम पहुंची टीम दवा वितरण की औपचारिकता निभा लौट गई। सोमवार को डाक्टरों ने गांव जाकर यह चेक करना भी गंवारा नहीं किया कि रोगियों की क्या हालत है। संक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम प्रभारी डॉ. एके त्रिपाठी ने बुखार रोगियों के रक्त स्लाइड की परीक्षण रिपोर्ट कल आएगी उसके बाद पुन: टीम को गांव भेजा जाएगा।