डायरिया ने निगल ली दो बच्चों की जान
उन्नाव, नगर संवाददाता: जैसे-जैसे पारा चढ़ रहा है, संक्रामक रोग भी उतनी ही तेजी से बढ़ रहे हैं। डायरिया और वायरल फीवर के रोगी तो घर-घर हैं। अब डायरिया से मौतों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। रविवार को डायरिया से दो बच्चों की मौत हो गई। आधा दर्जन डायरिया के मरीजों को आज जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रविवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए आधा दर्जन डायरिया पीड़ित रोगियों में माखी थाना क्षेत्र के गांव भदेसा निवासी कल्लू के चार वर्षीय पुत्र वरुन की मौत हो गई। उसे शनिवार को देर रात जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। रविवार को प्रात: लगभग 4 बजे उसकी मौत हो गई। उधर अचलगंज थाना क्षेत्र के गांव मवइया माफी निवासी श्यामगोपाल के पुत्र मोहन (8) की शनिवार रात अचानक हालत बिगड़ी परिजन उसे लेकर कानपुर के नर्सिग होम गए। जहां उसने दम तोड़ दिया।
गुजरे 48 घंटे के अंदर जिला अस्पताल में 27 रोगी भर्ती कराए गए हैं जिनका उपचार चल रहा है। एक सप्ताह के अंदर जिला अस्पताल में 128 डायरिया रोगी भर्ती कर उपचारित किए गए हैं। वाह्य रोगियों में सर्वाधिक मरीज वायरल फीवर, मलेरिया और पेट रोग संबंधी मरीज ही आ रहे हैं। फिजीशियन डॉ. आलोक पाण्डेय ने बताया कि डायरिया रोगियों में अधिकांश की आतों में इंफेक्शन होता है। जसे ठीक होने में 24 से 48 घंटे का समय लगता है।
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