खातों में पहुंचा धन, फिर भी बिना यूनिफार्म स्कूल आ रहे नौनिहाल
सुलतानपुर: प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में कक्षा आठ तक के छात्रों के लिए यूनिफार्म योजना चला रही है। इसके तहत बैग, ड्रेस व जूता-मोजा के लिए अभिभावकों के खाते में धन भेजा जा रहा है। धनराशि मिलने के बावजूद अब भी बड़ी संख्या में बच्चे निर्धारित ड्रेस के बगैर ही स्कूल आ रहे हैं।
छह नवम्बर, 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना का शुभारंभ किया। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से अभिभावकों के खाते में प्रति छात्र 1,100 रुपये भेजे जा रहे थे। अब सौ रुपये स्टेशनरी के भी बढ़ा दिए गए।
जिले में प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय 1,456, पूर्व माध्यमिक विद्यालय 345 और कंपोजिट विद्यालयों की कुल संख्या 268 है। शिक्षा सत्र 2021-22 में 1,100 रुपये के हिसाब से कुल 1,15,492 छात्रों के अभिभावकों के खाते में राशि डाली जा चुकी है।
वर्तमान शिक्षा सत्र 2,77,286 के सापेक्ष अब तक 2,56,001 अभिभावकों के खाते में प्रति छात्र 1,200 रुपये के हिसाब से धनराशि भेजी जा चुकी है। शेष खाते में भेजे जाने की प्रक्रिया जारी है।
नहीं हो रहा सत्यापन
अब भी तमाम बच्चे बिना ड्रेस और जूता-मोजा के स्कूल पहुंच रहे हैं। इसके बाद भी अधिकारी भौतिक सत्यापन नहीं कर रहे। वजह बजट की धनराशि सीधे अभिभावकों के खाते में जा रही है।
-अभी भी अभिभावकों में जागरूकता का अभाव है। इसके लिए हम किसी भी अभिभावक या बच्चे पर दबाव नहीं डाल सकते। समय-समय पर अध्यापकों को दिशा-निर्देश देते हैं। उम्मीद है कि जल्द ही सभी बच्चे यूनिफार्म में दिखने लगेंगे।
-दीपिका चतुर्वेदी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी