बाहर से दवा लिखने के मामले में दो नर्सों को नौकरी से निकाला
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सुलतानपुर : जिला अस्पताल में भर्ती डेंगू ,संदिग्ध बुखार व अन्य मरीजों को बाहर से दवाएं व जांच लिखे जाने के मामले में अस्पताल प्रबंधन ने जागरण की खबर पर दो नर्सों को निकाले जाने की संस्तुति कर दी है। दैनिक जागरण बीते कई दिनों से लगातार इस पर खबर प्रकाशित कर रहा है। अब जाकर अस्पताल प्रबंधन की नींद टूटी है, लेकिन अभी भी असली गुनहगार डॉक्टरों पर चाबुक नहीं चल सका है। अस्पताल ने अपनी आंतरिक जांच में सिर्फ दो नर्सों को दोषी माना है। हैरानी की बात है कि बाहर के मेडिकल स्टोर से दवा लिखने वाले डॉक्टर भला दोषी कैसे नही हैं?
जांच के लिए अस्पताल में दो पैथोलॉजी हैं। दवाओं के लिए अस्पताल की फार्मेसी के अलावा प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र भी है। इसके बावजूद भी कुछ चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी मरीजों को बाहर से जांच व दवाएं लिख रहे हैं। दैनिक जागरण ने चिकित्साकर्मियों के इस खेल को प्रमुखता से उजागर किया तो स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई। जिला प्रशासन भी हरकत में आया और सीएमओ डॉ.सीबीएन त्रिपाठी ने जांच पड़ताल करने का निर्देश दिया। गत दिनों सीएमओ ने अस्पताल पहुंचकर निरीक्षण भी किया था। सीएमएस डॉ.वीबी ¨सह ने बताया कि बाहर से दवाएं व जांच लिखकर सेवा नियमावली के विपरीत कार्य करने वाले चिकित्साकर्मियों को चिन्हित कर सूची बनाई गई है। आउटसोर्सिंग के तहत अस्पताल में तैनात टीएनएम कंपनी की स्टाफ नर्स जरीना व कीर्ति श्रीवास्तव को नौकरी से निकालने की संस्तुति कर दी गई है। मनमानी करने वाले अन्य कर्मियों के खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।