आज चौथी बार कलेक्ट्रेट में नामांकन करेंगे डॉ. संजय सिंह
डॉक्टर संजय सिंह आज सुलतानपुर कलेक्ट्रेट में बतौर लोकसभा प्रत्याशी चौथी बार नामांकन करेंगे। इससे पहले वह दो बार अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के दौरान भी इसी कलेक्ट्रेट में नामांकन कर चुके हैं।
सुलतानपुर: राज्य सभा सदस्य व कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर संजय सिंह आज सुलतानपुर कलेक्ट्रेट में बतौर लोकसभा प्रत्याशी चौथी बार नामांकन करेंगे। इससे पहले वह दो बार अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के दौरान भी इसी कलेक्ट्रेट में नामांकन कर चुके हैं। क्योंकि अमेठी भी सुलतानपुर जनपद का हिस्सा था और नामांकन यहीं हुआ करता था। इसके अलावा 2009 में वह कांग्रेस की टिकट पर जब चुनाव लड़े तो भी यहीं पर्चा दाखिल किया था। अब वह कांग्रेस से दूसरी बार जबकि बतौर लोकसभा प्रत्याशी चौथी बार शनिवार को दोपहर करीब एक बजे कलेक्ट्रेट में नामांकन करेंगे।
अमेठी के इतिहास में पहली बार खिलाया कमल
डॉ. सिंह बतौर लोकसभा प्रत्याशी पहली बार 1998 में भाजपा की टिकट पर अमेठी से चुनाव लड़े थे। उनके सामने वर्ष 1991 में पूर्व पीएम राजीव गांधी के निधन के बाद हुए उपचुनाव व 1996 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से सांसद रहे कैप्टन सतीश शर्मा मैदान में थे। वर्ष 1998 के चुनाव में कांग्रेस व भाजपा के बीच अमेठी में पहली बार कड़ी टक्कर देखने को मिली। डॉ. संजय सिंह ने अमेठी के इतिहास में भारी फेरबदल करते हुए कांग्रेस के गढ़ में पहली बार कमल खिला दिया। उन्होंने कैप्टन सतीश शर्मा को करीब 23 हजार मतों से पराजित किया। 1977 के बाद अमेठी में कांग्रेस की यह दूसरी हार थी।
सोनिया गांधी के खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव
देश में बदलती राजनीतिक परिस्थितियों के बीच 1999 में फिर लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज गई। हालांकि इस बार सोनिया गांधी स्वयं राजनीति में आने का फैसला कर चुकी थीं। डॉक्टर संजय सिंह दूसरी बार भाजपा की टिकट पर सोनिया गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़े। इस चुनाव पर देश भर की निगाहें थीं। आखिरकार सोनिया गांधी ने भाजपा प्रत्याशी को करीब तीन लाख मतों से पराजित कर पहली बार सांसद बनने का गौरव हासिल किया।
सोनिया गांधी से चुनाव हारने के कुछ समय बाद डॉक्टर संजय सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए। 2009 में कांग्रेस ने उन्हें सुलतानपुर से उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में उन्होंने बसपा के मो. ताहिर को करीब 98 हजार मतों से पराजित कर कांग्रेस को 25 साल बाद सुलतानपुर में जीत दिलाई। 2014 में वह चुनाव नहीं लड़े। अब 2019 में वह कांग्रेस से दूसरी बार पर्चा दाखिल करने जा रहे हैं।