फेल होने के डर से आवेदन नहीं कर रहे शिक्षक
सुलतानपुर: परिषदीय विद्यालयों में अनुश्रवण व अवलोकन के लिए फेल होने के डर से अकादमी रिसोर्स पर्सन (ए
सुलतानपुर: परिषदीय विद्यालयों में अनुश्रवण व अवलोकन के लिए फेल होने के डर से अकादमी रिसोर्स पर्सन (एआरपी) पद के लिए शिक्षक आवेदन ही नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि शिक्षा विभाग को 15 नवंबर की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 23 नवंबर करना पड़ा। वहीं एआरपी वही शिक्षक बन सकेंगे विभाग की तरफ से ली जाने वाली परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक हासिल करेंगे।
शासन की तरफ से पिछले दिनों एबीआरसी व एनपीआरसी का पद समाप्त कर दिया गया था। सर्व शिक्षा अभियान के तहत चल रही योजनाएं व शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाए जाने के लिए एआरपी का पद सृजित करने का निर्देश जारी किया गया। सभी विकास खंडों में हिदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषयों के एआरपी रखे जाएंगे।
नहीं दिखा रहे दिलचस्पी
शिक्षकों में एबीआरसी बनने की होड़ जैसी स्थित एआरपी के लिए नहीं दिख रही है। इसके पीछे चयन के लिए ली जाने वाली परीक्षाओं व इंटरव्यू की जटिलता को माना जा रहा है। एक नवंबर को एआरपी के आवेदन के लिए विज्ञप्ति निकाली गई थी। 15 जनवरी तक मात्र 94 शिक्षकों ने आवेदन किया था। संख्या कम होने के चलते विभाग को अंतिम तिथि बढ़ानी पड़ी।
तीन चरणों में होगी परीक्षा जिला समन्वयक डॉ शरद सिंह ने बताया कि एआरपी के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी। जिसमें सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें 60 अंक पाने वाले शिक्षक को ही प्रेजेंटेशन के लिए बुलाया जाएगा। इसमें भी 60 फीसदी अंक हासिल करने वाले ही इंटरव्यू में शामिल हो सकेंगे। जिसके बाद इनका चयन मेरिट के आधार पर किया जाएगा। शासन के निर्देशानुसार 30 नवंबर तक हर हाल में एआरपी का चयन कर लिया जाना है।