दोस्तपुर में हवा-हवाई स्वच्छता अभियान की हकीकत
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दोस्तपुर (सुलतानपुर) : जिला मुख्यालय से तकरीबन पचास किमी दूर मझुई नदी के किनारे बसे दोस्तपुर नगर पंचायत में स्वच्छता अभियान की हकीकत हवा-हवाई है। कस्बे की करीब बीस हजार की आबादी गंदगी से सामना कर रही है। सड़क से लेकर सरकारी दफ्तरों तक गंदगी का बोलबाला है। बावजूद इसके जिम्मेदार स्वच्छता अभियान चलाने का ¨ढढोरा पीटने से बाज नहीं आ रहे हैं।
दोस्तपुर नगर पंचायत, विकास खंड कार्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर व थाना परिसर में सफाई का मखौल उड़ा रहा है। विकास खंड के 59 ग्राम पंचायतों में कुल 115 सफाईकर्मी नियुक्त किए, जिसमें 118 राजस्व ग्राम भी शामिल है। बावजूद इसके चाहे ग्रामीण क्षेत्र हो या विकास खंड के सरकारी कार्यालय हर जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ब्लॉक परिसर में बना शौचालय निष्प्रयोज्य की स्थिति में पहुंच गया है। बीडीओ दफ्तर के पीछे कूड़े का ढेर लगा हुआ है। परिसर में बने जर्जर आवास कूड़ेदान के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
नगर पंचायत में हैं 41 कर्मी
नगर पंचायत की तरफ से 41 सफाई कर्मी रखे गए। बावजूद नई बाजार हो या ब्लॉक चौराहे से अस्पताल मार्ग। हर जगह कूड़े का ढेर लगा है। बाजार से निकलने वाला कूड़ा गाड़ियों से लाकर यहीं आसपास गिरा दिया जाता है। जिससे उठती दुर्गंध बीमारी का कारण बन रही है।
जंगल बना अस्पताल परिसर
सीएचसी परिसर में गंदगी के साथ बड़ी-बड़ी घास नजर आ रही हैं। अधीक्षक के आवास के बगल कूड़ा डंप रहता है। कर्मचारियों के लिए बने आवास के बीच में पॉलिथिन में भरकर कूड़ा फेंका जाता है। यह स्थिति तब है जबकि सीएचसी में दो सफाई कर्मी नियुक्त हैं।
कोट
अभियान चलाकर परिसर को गंदगी से मुक्त किया जाएगा। यदि कहीं सफाईकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-इलियास अहमद, खंड विकास अधिकारी
-कुछ गैर जिम्मेदार लोग कूड़े को सड़क किनारे रख रहे हैं, इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी और कूड़े को हटवाया जाएगा।
-वीरेंद्र प्रताप, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत