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बहुमंजिला इमारतों में परिवार संग रहेंगे पुलिस जवान

पुलिस लाइन में 12 मंजिला ट्रांजिट हॉस्टल बन रहा।महिला आरक्षियों के लिए भी 36 कमरे तैयार हो रहे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 12:17 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 12:17 AM (IST)
बहुमंजिला इमारतों में परिवार संग रहेंगे पुलिस जवान

सुलतानपुर : थानों पर तैनात पुलिस कर्मियों को बेहतर आवासीय सुविधा मुहैया कराने के लिए पुलिस लाइन में बहुमंजिला इमारतों का निर्माण हो रहा है। कर्मियों को परिवार रखने के लिए 12 मंजिला भवन में टू बीएचके के 96 आवास बनाए जा रहे हैं। दिसंबर 2022 तक इसका निर्माण भी पूरा कर लिया जाएगा।

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जिले के पुलिस लाइन में बने आवास काफी पुराने हैं। इनमें अधिकतर भवन जर्जर हो चुके हैं। बरसात के समय में छतों से पानी टपकता है। आवासीय सुविधा को बेहतर बनाने के लिए निदेशालय से प्रस्ताव मांगा गया था। जुलाई वर्ष 2020 में चार तरह के आवासों को मंजूरी मिलने के साथ कार्यदायी संस्था नामित करते पहली किस्त की धनराशि जारी कर दी गई थी। इन आवासों में महिला आरक्षियों के चार मंजिला में 36 कमरे बनाए जा रहे हैं। इसके साथ पुरुष आरक्षियों के आठ मंजिल की 150 बैरक का निर्माण पुलिस आवास निगम द्वारा किया जा रहा है। वहीं, परेड ग्राउंड के बगल खाली पड़ी भूमि पर 12 मंजिल का ट्रांजिट हॉस्टल बनाया जा रहा है, जिसमें टू बीएचके के 96 आवास होंगे। इसका निर्माण कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है। 120.25 करोड़ की अनुमानित लागत से निर्माण हो रहा है। इसमें शॉपिग मॉल के अलावा अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएगी। भवन दो साल में बन कर तैयार कर लिया जाएगा। प्रतिसार निरीक्षक इंद्रसेन सिंह ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण कार्य हो इसके लिए समय-समय पर जांच की जाती है। निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों की तैनाती की गई है।

क्वॉटरों की कमी होगी पूरी :

बेहतर पुलिस व्यवस्था के लिए सरकार लगातार भर्ती कर रही है। पूर्व में बने आवासों की संख्या मौजूदा समय में पुलिस कर्मियों की संख्या के अनुसार कम थी। एक ही बैरक में कई जवान एक साथ रहते है, जिससे उन्हें समस्याएं भी होती थी। बेहतर रहन-सहन का परिवेश नहीं मिल पाता था। इन भवनों के बन जाने से कमरों की कमी से निजात मिल जाएगी।

भूकंप रोधी होंगे भवन :

ऊंची इमारत व अधिक कमरे होने के कारण निर्माण की सामग्री के गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भवनों को भूकंप रोधी बनाया जा रहा है। इसके साथ आपात काल से निपटने के लिए भी पूरी व्यवस्था की जा रही है। अग्निशमन महकमे के आला अधिकारी व लोनिवि के विशेषज्ञ समय-समय पर इसका निरीक्षण कर कार्य का जायजा ले रहे हैं।

एक ही सीटी पर परेड स्थल पहुंचेंगे जवान :

पूर्व में बने आवासीय कक्ष परेड ग्राउंड से दूरी पर है। इससे सुबह और शाम की परेड में समय पर पहुंचने में समस्या होती है। परेड ग्राउंड से सटकर बन रहे इन भवनों में रहने के बाद जवान एक ही सीटी पर ग्राउंड पर पहुंच जाएंगे। इसके साथ मुख्य सड़क से भी ग्राउंड की गतिविधि नहीं दिखाई देगी।

सुरक्षा व्यवस्था भी होगी पुख्ता :

पुलिस लाइन के प्रवेश द्वार से सटकर बन रहे इस भवन से पूरा परिसर सुरक्षित हो जाएगा। अभी तक परिसर दो स्थानों में बंटकर संचालित हो रहा है। वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था के लिए भी परिसर में ही इंतजाम किया जा रहा है।


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