ठंड बढ़ी पर नहीं बने रैन बसेरे
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सुलतानपुर : सर्दी लगातार बढ़ रही है। शाम को सूर्यास्त के बाद से लेकर सूर्याेदय तक ठंड कड़ाके की पड़ती है। बढ़ती सर्दी के बावजूद तहसील और नगर परिषद प्रशासन की ओर से न तो अलाव व रैन बसेरों के इंतजाम किए गए। ऐसे में निर्बल वर्ग के लोगों को ठंड से बचने के लिए भटकना पड़ता है। मौसम विशेषज्ञों का पूर्वानुमान है कि दो-तीन दिनों में बदली छाएगी और धुंध भी रहेगी। ऐसे में अचानक ठंड तेज होने की संभावना है।
सूर्यास्त के बाद सार्वजनिक स्थलों पर सन्नाटा छा जाता है। दिन की शुरुआत भी ठंड के एहसास के साथ होती है। लोग गर्म कपड़ों का प्रयोग कर रहे है। रेलवे और बस स्टेशन पर असहाय किस्म के लोग ठंड से कंपकपाते हैं। आचार्य नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी सप्ताह में हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं। वर्षा की उम्मीद नहीं है, पर हवाओं के पछुआ होने से ठंड पड़ेगी। गुरुवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम 92 तथा न्यूनतम 42 प्रतिशत सापेक्षित आर्द्रता दर्ज की गई। हवाएं 2.4 किमी की गति से उत्तर-पश्चिमी चलीं। अधिशाषी अधिकारी नगर परिषद रविद्र कुमार ने बताया कि गोलाघाट व जिला अस्पताल में नगर परिषद, रेलवे स्टेशन पर तहसील प्रशासन की ओर से और कलेक्ट्रेट के सामने एनजीओ की ओर से रैन बसेरा बनाया जाएगा। 24 स्थान अलाव जलाने के लिए चिह्नित किए गए हैं। यहां भी सप्ताह भर में अलाव जलवाए जाएंगे।
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बोआई ने पकड़ी गति
सर्दी बढ़ने से रबी की बोआई ने तेजी पकड़ ली है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ आरआर सिंह का कहना है कि अंकुरण के लिए यह बेहद अनुकूल मौसम है। अगेती प्रजाति की फसलें विलंबित नहीं हुई हैं। बीजों के अंकुरण में दिन का तेज व रात का कम तापमान बेहद सहायक है। उन्होंने कहा कि समय से पहले पाला पड़ने पर फसलों को नुकसान हो सकता है।