ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं ठप, परेशान हो रहे मरीज
-27 मार्च को बंद की गई थीं स्वास्थ्य सेवाएं
सुलतानपुर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना वायरस के चलते ओपीडी, प्रसव, इमरजेंसी, मेडिकल आदि सेवाएं बंद होने से क्षेत्रीय लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज या तो जिला मुख्यालय या फिर प्राइवेट नर्सिंग होम में जाने को विवश हैं।
कुड़वार को कोविड-19 के लिए एल-वन हास्पिटल के लिए चयनित किया गया है। 27 मार्च को स्वास्थ्य केंद्र को 30 बेड का एल-वन हास्पिटल में तब्दील कर दिया गया। तब से अस्पताल को सील कर सारी सेवाएं बंद कर दी गयी। 20 अप्रैल को हॉस्पिटल में पहला कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती किया गया। 20 मई से हॉस्पिटल के मरीजों को फरीदीपुर में शिफ्ट कर अस्पताल को खाली कर दिया गया है, लेकिन अभी तक अस्पताल की कोई सेवाएं चालू नहीं हो सकी हैं। स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भंडरा, हरखीपुर, अझुई व अलीगंज हैं, जहां पर हरखीपुर, अलीगंज व उपकेंद्र रामपुर को प्रसव केंद्र बनाया गया है। पुलिस को मारपीट की घटनाओं का मेडिकल कराने के लिए जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। क्षेत्र के धर्मेंद्र तिवारी, लल्लू मिश्रा, रिकू यादव, इंद्रजीत, रमेश तिवारी आदि ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ. अनवर आलम खान ने बताया कि उच्चाधिकारी का आदेश आते ही सीएचसी पर सभी सुविधाएं शुरू कर दिया जाएगा।