शहर में जल निकासी की नहीं हैं व्यवस्था, खाली प्लॉट बने तालाब
बजट पास न होने से नहीं हो सकी जल निकासी के लिए बने नालों की सफाई संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत भी नहीं हो रहा दवाओं का छिड़काव
सुलतानपुर : शहर में जलनिकासी व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। घरों से निकलने वाले पानी के साथ पिछले दिनों हुई बरसात के चलते कई मुहल्लों में नजारा तालाब सा दिख रहा है। ऐसे में संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका बनी है। इस बार शहर के तकरीबन 12 बड़े नालों की वार्षिक सफाई न होने से स्थितियां और खराब हुई हैं। निचले क्षेत्रों में आबाद घोसियाना, राइननगर, दरियापुर, बढैयावीर आदि वार्ड में नाले नालियां चोक हैं, जिससे मुहल्लों में खाली पड़े तालाब और सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी है।
-साल दर साल समस्या हो रही विकराल
तकरीबन सवा लाख की आबादी वाला इस नगर पालिका क्षेत्र मे 25 वार्ड हैं। पंजीकृत लगभग तीस हजार आवासों से प्रतिदिन लगभग 15 एमएलडी प्रयुक्त पानी की निकासी होती है। वर्षा में हालात और भयावह हो जाते हैं। बने आवासों के बीच खाली प्लाट में गंदे पानी से भरे रहते है। बारिश का पानी उफान के साथ सड़कों और लोगों के घरों में जाता है।
-रोग रोकथाम को नहीं हो रहा छिड़काव
शहर में हल्की बारिश में ही जगह-जगह जल भराव हो रहा है। पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इस पानी में मच्छर पनप रहे हैं। बरसात में संचारी रोग के प्रसार की आशंका के चलते मुहल्लों के लोग ऐसी गंदगी से सहमें हुए हैं। बावजूद इसके पालिका प्रशासन ने पानी निकास के लिए कोई समुचित प्रबंध नहीं किया जा रहा है। संचारी रोग नियंत्रण माह के तहत अभी तक टीम सक्रिय नहीं है। मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए दवाओं का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है। सीएमओ डा. सीबीएन त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने नगर पालिका प्रशासन को रोग की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए पत्र लिखा है। -बजट पास न होने से कुछ नाले नालियों का निर्माण कार्य बाधित हुआ है। लॉकडाउन अवधि में नालियों की बेहतर सफाई कराई गई है। निर्माणाधीन नालों का काम पूरा हो जाने के बद जलभराव की समस्या से निजात मिल सकेगी।
बबिता जायसवाल, अध्यक्ष नगर पालिका