आग में झुलसकर मां-बेटे की दर्दनाक मौत
सुबह के चार बजे ग्रामीण टहलने के लिए निकले थे। अचानक गांव निवासिनी सुब्रता के एक घर से धमाके की आवाज सुन लोग सहम गए। आवाज सुनकर ग्रामीण घर के पास जमा हो गए। लोगों ने घर से धुएं के साथ आग की लपटें निकलती देखी।
सुलतानपुर : सुखबड़ेरी के पूरे रघुवीर में शनिवार की भोर घर में आग की चपेट में आने से मां-बेटे की झुलसकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आग बिजली के शार्ट सर्किट के कारण लगी थी। आग से घर में रखा हजारों रुपये का सामान भी जलकर नष्ट हो गया। पुलिस घटना की छानबीन में जुटी है।
सुबह के चार बजे ग्रामीण टहलने के लिए निकले थे। अचानक गांव निवासिनी सुब्रता के एक घर से धमाके की आवाज सुन लोग सहम गए। आवाज सुनकर ग्रामीण घर के पास जमा हो गए। लोगों ने घर से धुएं के साथ आग की लपटें निकलती देखी। बाहर बिजली की केबल भी जल रही थी तो कोई आग बुझाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना बिजली उपकेंद्र और फायर बिग्रेड को दी। फायर बिग्रेड कर्मियों की घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझ सकी। इसके बाद पुलिस व ग्रामीण दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो कमरे में बेड पर सुब्रता व उनके पुत्र सूरज का जला हुआ शव पड़ा था। सभी लोग घटना से स्तब्ध हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया।
इस संबंध में सीओ लालचंद चौधरी ने बताया कि बिजली के शार्ट सर्किट से घर में आग लग गई, जिससे इन दोनों की मौत हो गई।
घर के बाहर सो रहा विक्षिप्त सोनू : मृतका का एक पुत्र सोनू घर के बाहर बने छप्पर के नीचे सो रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि वह मानसिक विक्षिप्त है। घटना की उसे कोई जानकारी नहीं मिल सकी। हादसे के बाद वह अकेला बचा है। वहीं बड़ा भाई दीपक चंडीगढ़ में नौकरी करता है। उसका परिवार वहीं रहता है।
तीन माह पहले पति की हुई थी मौत : मृतका के पति कन्हैया लाल की तीन माह पहले कोरोना काल में बुखार से मौत हो गई थी। इसके बाद से ही परिवार बिखर गया था। एक बेटा राहुल भी लगभग माह से लापता है।