बिना टीसी के ही प्रवासियों के बच्चों को मिलेगा दाखिला
-परिवार संग गांव छोड़कर गए बचों का भी नहीं काटा जाएगा नाम
सुलतानपुर: कोरोना वायरस के खौफ से परदेस से अपने घर पहुंचे प्रवासी मजदूरों के बच्चों को शासन की तरफ से तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। प्रवासियों के बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो ऐसे में बेसिक के स्कूलों में प्रवेश के लिए टीसी व अन्य प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। शासन के इस निर्देश से कागजातों के अभाव के चलते हजारों श्रमिक परिवार के बच्चे अनवरत पढ़ाई जारी रख सकेंगे। वहीं, गांव छोड़कर गए परिवारों के बच्चों के नाम भी नहीं काटे जाने का निर्देश जारी किया गया है।
कोरोना से बचाव के कारण मार्च से अभी तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद है। ऑनलाइन व्यवस्था के तहत बच्चों को पढ़ाने का काम किया जा रहा है। विद्यार्थियों को स्कूलों में प्रवेश प्राप्त हो और उनके नाम न काटे जाए, इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशालय की तरफ से निर्देश जारी किए हैं। परिषदीय विद्यालयों में पंजीकरण की इच्छा रखने वाले छात्रों को प्रवेश देने, किताबें प्रदान करवाना, मध्याह्न भोजन, यूनीफार्म, बैग उपलब्ध कराने की भी बात कही गई है। इसके अलावा समुचित सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए भी जिम्मेदारों को प्रयासरत रहने के निर्देश दिए गए हैं। बीएसए संतोष कुमार सक्सेना ने बताया कि प्रवासी बच्चों की प्रवेश संबंधी सूचना खंड शिक्षाधिकारियों को भेज दी गई है। प्रवासी मजदूरों के बच्चों की अलग से भी सूची तैयार की जा रही है, जिससे उन पर विशेष ध्यान दिया जा सके।