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बीएसए दफ्तर से फाइलें गायब, रडार पर कई लिपिक

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By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jul 2019 11:11 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 06:27 AM (IST)
बीएसए दफ्तर से फाइलें गायब, रडार पर कई लिपिक
बीएसए दफ्तर से फाइलें गायब, रडार पर कई लिपिक

सुलतानपुर: बीएसए दफ्तर में शासन-प्रशासन द्वास छापेमारी कर जब्त की गई फाइलों का अध्ययन किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार मिलान किए जाने पर कुछ महत्वपूर्ण फाइलें गायब पाई गई हैं। जांच में विभाग के कई लिपिकों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। वहीं लर्निंग आउटकम ट्रेनिग में भी शिक्षकों के खानपान के लिए मिलने वाले बजट को बंदरबाट कर दिया गया।

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पिछले 25 से लेकर 27 जून तक चली छापेमारी में स्कूलों की मान्यता, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, टेंडर, एमआइएस समेत कई महत्वपूर्ण पटलों से फाइलों को जब्त किया गया था। बीएसए कौस्तुभ कुमार सिंह की नियुक्ति को नियम विरुद्ध बताते हुए शासन ने उन्हें निलंबित भी कर दिया। मामले की जांच शासन स्तर पर की जा रही है। इस संबंध में सीडीओ मधुसूदन हुल्गी का कहना है कि फाइलों की जांच शासन स्तर की जा रही है। दोषी पाए जाने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। खाने की प्लेट पर भी डाका

परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को ट्रेनिग के के समय मिलने वाली भोजन पानी की राशि पर भी डाका डाला गया। 2018-19 शिक्षण सत्र में फरवरी में पांच दिवासीय लर्निंग आउटकम ट्रेनिग आयोजित की गई थी। प्रशिक्षण के दौरान प्रति शिक्षकों को 200 रुपये में भोजन व नाश्ता दिए जाने की व्यवस्था थी। इसके लिए शासन की तरफ से 65 लाख रुपये का बजट जारी किया गया था। बावजूद इसके शिक्षकों के सामने समोसा, चाय व लड्डू ही परोसा गया। डायट प्राचार्य के निरीक्षण आख्या में उजागर हुई गड़बड़ी से बेसिक शिक्षा विभाग के डायरेक्टर को अवगत कराया गया। डायरेक्टर ने एडी बेसिक रवींद्र कुमार को इस मामले की जांच सौंप दी है।


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