सीएमओ ने दवा खाकर की अभियान की शुरुआत
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संवादसूत्र, सुलतानपुर : फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिलेवासियों को दवा की विशेष खुराक खिलाने के लिए बुधवार से तीन दिवसीय अभियान शुरू किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सीबीएन त्रिपाठी ने भदैंया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वयं दवा खाकर अभियान का शुभारंभ किया।
जानलेवा रोग फाइलेरिया से बचाव के लिए साल में एक बार सार्वजनिक दवा सेवन का अभियान चलाया जाता है। जिसके तहत दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को डाई इथाइल कार्बामाजिन (डीईसी) व एल्बेंडाजोल की संयुक्त और निर्धारित खुराक दी जाती है। इन दोनों दवाओं की यह सालाना डोज लगातार पांच से छह साल तक नियमित रुप से खाने से फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है। सीएमओ डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि सुलतानपुर फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्र है। स्वस्थ दिखने वाले लोगों के शरीर में भी रोग के परजीवी हो सकते हैं। मच्छरों के काटने से फाइलेरिया का संक्रमण फैलता है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर रूप से बीमार लोगों को छोड़कर समस्त जिलेवासियों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। अभियान के संचालन को पीएचसी-सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों, आशा बहू व आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई गई हैं। जिन्हें अपने-अपने क्षेत्रों के मोहल्लों व गांवों में घर-घर जाकर दवा खिलाने का निर्देश दिया गया है। इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आनंद किशोर, जिला मलेरिया अधिकारी एसजेडए जैदी व डॉ. अनुराग मौजूद रहे।
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रात में होती है फाइलेरिया की जांच
सीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया के परजीवी रक्त परिधि (हाथ-पैर) में रात के समय ही दिखाई देते हैं। इसलिए इसकी जांच रात में ही कराना बेहतर रहता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर यह सुविधा उपलब्ध है।