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नियमों की अनदेखी कर हो रही खाद की बिक्री

संवादसूत्र, सुलतानपुर : सहकारी समिति कर्मियों की हड़ताल के चलते पहले से ही खाद की किल्लत

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 11:22 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 11:22 PM (IST)
नियमों की अनदेखी कर हो रही खाद की बिक्री
नियमों की अनदेखी कर हो रही खाद की बिक्री

संवादसूत्र, सुलतानपुर : सहकारी समिति कर्मियों की हड़ताल के चलते पहले से ही खाद की किल्लत झेल रहे किसानों के लिए निजी क्षेत्र के उर्वरक विक्रेताओं की मनमानी परेशानी का सबब बनी हुई है। बोआई के समय खाद खरीदने की अनिवार्यता के चलते किसानों की इस मजबूरी का खाद विक्रेता फायदा उठा रहे हैं। महंगे दामों पर उन्हें खाद की बिक्री की जा रही है। खाद विक्रेता सरकारी नियमों का भी उल्लंघन कर रहे हैं। दो दशक से अधिक खाद विक्रेताओं को कृषि विभाग की ओर से खाद बिक्री के लिए अनिवार्य की गई पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन खराब है। न तो इसकी मरम्मत हो रही है और न ही बिक्री खाद का वजन, किस्म, मूल्य आदि की रसीद किसान को दी जा रही है। जिले में 829 उर्वरक विक्रेता के लाइसेंस निर्गत हैं। इनमें तकरीबन 500 लाइसेंसधारी खाद की बिक्री में सक्रिय हैं। प्रत्येक खाद विक्रेता के पास उपलब्ध स्टाक, खाद की किस्म और उसका एमआरपी दर्शाता अभिलेख अनिवार्य है। इसकी आकस्मिक जांच भी विभाग की ओर से की जाती है। फिलहाल इस रबी सत्र में किसी भी खाद विक्रेता की दुकान का कृषि विभाग की ओर से औचक निरीक्षण नहीं किया गया है। पीओएस मशीन निजी क्षेत्र की कंपनियों की ओर से आवंटित किए गए हैं। जिनकी खराबी आदि को ठीक करने की जिम्मेदारी भी इन्हीं कंपनियों की है। जिला कृषि अधिकारी वीके वर्मा ने कहा कि बीस खराब मशीनें विभाग के पास हैं। निर्गत करने वाली कंपनियों से प्रतिदिन संपर्क किया जाता है। उर्वरक विक्रेताओं को मशीन की अनुपलब्धता में बिक्री के सभी प्रपत्र लिखापढ़ी में रखने के निर्देश कड़ाई से दिए गए हैं। समय-समय पर इनकी जांच की जाती है।

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