सिरवारा में जंगली शूकर के हमले में किसान की मौत, दो गंभीर
ग्रामीणों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। वहीं वन विभाग जिले में जंगली शूकर नहीं होने की बात कहा रहा है।
सुलतानपुर : जंगली शूकर ने खेत में काम कर रहे किसानों पर हमला कर दिया। इसमें एक किसान की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। वहीं, वन विभाग जिले में जंगली शूकर नहीं होने की बात कहा रहा है। फिलहाल टीम जांच में जुटी हुई है।
सिरवारा गांव निवासी रामचंद्र सुबह साढ़े सात बजे के करीब खेत में गन्ने की फसल की बोआई के लिए गए थे। वह खेत में काम कर रहे थे कि जंगली शूकर ने उनपर अचानक हमला कर दिया। मदद के लिए शोर मचाया तो पास से गुजर रहे समर बहादुर सिंह व शैलेंद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे तो सूकर ने उनपर भी हमला कर दिया। रामचंद्र के पेट में शूकर ने कई वार किए, अधिक खून बह जाने से उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, घायल अन्य किसानों को ग्रामीणों ने जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
गोमती के तराई क्षेत्रों में हैं जंगली शूकरों का उत्पात :
गोमती नदी के तराई इलाके बदरुद्दीनपुर, सलाहपुर, बभन्नगवां, बरुई, बेलमोहन, बेलासदा, सराय अंचल, कुछमुछ, करोमी, वजूपुर, बरगदवा, इस्लामगंज, जादीपुर, पखरौली में जंगली शूकरों ने उत्पात मचा रखा है। वर्ष 2015 में करोमी गांव में अच्छन की भी शूकर के हमले से मौत भी हो चुकी है, जिनके उत्पात से चलते कई किसान फसल की बोआई भी नहीं करते हैं।
कई बार की है शिकायत :
जंगली शूकरों की समस्या को लेकर किसानों ने कई बार वन विभाग से इनकी धरपकड़ की मांग की। लेकिन विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
विभाग की सूची में जिले के किसी क्षेत्र में नहीं है जंगली शूकर :
वन विभाग के जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के वन रेंजर फतेह बहादुर ने बताया कि जिले में एक भी जंगली शूकर नहीं है। किसी के पालतू शूकर ने हमला किया है। इसकी जांच कराई जा रही है।